सीतामढ़ीः नेपाल हिंदू युवा मंच के अध्यक्ष वीरगंज निवासी काशी राम तिवारी हत्याकांड में वीरगंज पुलिस के हत्थे चढ़े रौतहट जिले के प्रेमपुर गोनाही गांव निवासी अमन कुशवाहा से अहम सुराग मिले हैं. कुशवाहा के अनुसार तिवारी की हत्या नेपाल के रौतहट जिले के निर्वाचन क्षेत्र संख्या-तीन से सभासद पूर्व भूमि सुधार मंत्री प्रभु साह के कहने पर की थी. काशी राम तिवारी की हत्या पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल के इस्तीफा को लेकर माओवादियों के हड़ताल के विरोध में की गयी थी.
अभी हाल ही में उक्त हत्याकांड में रौतहट जिले के नेकपाए माओवादी के समानुपातिक सभासद के प्रत्याशी सिया राम कुशवाहा को चितवन से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सिया राम माओवादी के भोजपुरा राज समिति का सदस्य है. वीरगंज के एसपी धीरज प्रताप सिंह ने गुरुवार को बताया कि अमन कुशवाहा द्वारा दिये गये बयान के आधार पर ही सिया राम को दबोचा गया है.
अमन ने बताया कि पूर्व मंत्री प्रभु साह के कहने पर उसने सिया राम के साथ मिल कर उक्त हत्याकांड को अंजाम दिया था. पूर्व मंत्री द्वारा हत्या के लिए 50 हजार रुपये के साथ एक पिस्टल भी दिया गया था. घटना को अंजाम देने के बाद प्रभु ने उसे डेढ़ लाख रुपये दिये और कहा कि वह फिलहाल विदेश चला जाये. हत्या के संबंध में मृतक स्व तिवारी की पत्नी बबिता तिवारी ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था. उधर नेकपाए माओवादी के केंद्रीय प्रवक्ता अग्नि प्रसाद सापकोटा ने कहा कि काशी राम तिवारी हत्याकांड में सिया राम कुशवाहा निर्दोष है, उसे जान बूझ कर गिरफ्तार किया गया है.
खुलासा
-अमन कुशवाहा ने कहा, प्रभु साह से पैसे व पिस्टल लेकर की हत्या
-माओवादियों की हड़ताल का विरोध करने पर की गयी थी तिवारी की हत्या
– माओवादी के भोजपुरा राज समिति का सदस्य भी था साथ