सीतामढ़ीः समाहरणालय के सभागार में डीडीसी मनोज कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं व कार्यक्रमों की पूरी गंभीरता से समीक्षा की और इसमें लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का भी आदेश दिया. बैठक से बगैर सूचना के गायब रहने पर डीडीसी ने बाजपट्टी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के एक दिन का वेतन पर रोक लगाने का आदेश दिया. माइनर ऑपरेशन की रिपोर्ट की समीक्षा में पाया गया कि पुपरी पीएचसी के प्रतिवेदन में त्रुटि है. डीडीसी ने इसे गंभीरता से लिया और वहां के स्वास्थ्य प्रबंधक के 15 दिनों के वेतन की कटौती करने का आदेश दिया.
उन्होंने कहा कि जिस पीएचसी में संस्थागत प्रसव जिला के औसत से जितना प्रतिशत कम होगा, उतना प्रतिशत बीसीएम के वेतन से कटौती की जायेगी. डीडीसी ने एएनएम की साप्ताहिक बैठक करने व हर बुधवार को बैठक की कार्यवाही की प्रति जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. यह भी कहा कि पुपरी की चिकित्सा पदाधिकारी डॉ साजिया नूर को हर गुरूवार को नानपुर पीएचसी में बंध्याकरण ऑपरेशन करने को कहा गया. अगली समीक्षा बैठक से पूर्व सभी पीएचसी में रोगी के परिजन के बैठने के लिए शेड का निर्माण करा लेने को कहा गया. समीक्षा में पाया गया कि डुमरा व मेजरगंज के लिपिक की वेतन की कटौती कर दी गयी, लेकिन सर्विस बूक में उसकी प्रविष्टि नहीं की गयी है. एपीएचसी में ओपीडी कम पाया गया. इस पर डीडीसी ने सभी नोडल पदाधिकारियों को एपीएचसी का औचक निरीक्षक करने को कहा.
डीडीसी ने प्रत्येक माह की 22 तारीख को एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी की संयुक्त बैठक करने एवं अगली समीक्षा बैठक के पूर्व ग्राम स्वच्छता समिति में उपलब्ध करायी गयी राशि को खर्च करने को कहा गया. मौके पर सीएस डॉ ओम प्रकाश पंजीयार, एसीएमओ डॉ लक्ष्मण प्रसाद सिंह, डीएमओ डॉ आरके यादव, डीटीओ डॉ एके झा, डीपीएम दुर्गेश कुमार, लेखापाल ज्ञानेश कुमार, डीडीए प्रभात कुमार, रमण कुमार, एसके रघुवंशी व समरेंद्र नारायण वर्मा समेत सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक मौजूद थे.