परिहार : प्रखंड के महादेवपट्टी निवासी राम प्रवेश पटेल की एसकेएमसीएच में इलाज के दौरान हुई मौत के बाद बुधवार को शव पहुंचते ही जहां गांव गमगीन हो गया. वहीं लोगों को 25 अक्तूबर की भयावह रात की तस्वीर जेहन में कौंधने लगी. 25 अक्तूबर के गैस लीक हादसे की याद ताजा कर लोग दहशतजदा दिखे.
मुकेश पासवान के घर में गैस लीक करने से लगी आग के दौरान बचाने पहुंचे पड़ोसी राम प्रवेश पटेल बुरी तरह झुलस गये थे. जिनकी मंगलवार की रात इलाज के दौरान एसकेएमसीएच में मौत हो गयी. इस हादसे में एक माह के आशिक पासवान समेत एक अन्य की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. अन्य लोग इलाज करा कर घर लौट आये है, लेकिन सभी के जिस्म पर घटना की भयावहता बरकरार है.
राम प्रवेश पटेल का शव पहुंचने के बाद गांव चीत्कार से टहल गया. राम प्रवेश पटेल टेंपो चला कर परिवार चलाता था. पति के मौत के बाद पत्नी मंजू देवी बदहवास है.
मृतक अपने पीछे दो पुत्र शिवम कुमार, सुंदर कुमार, दो पुत्री रोशनी व शिवानी समेत चार बच्चों को छोड़ गया है. इन बच्चों की उम्र 4 से 10 वर्ष के बीच है. यह परिवार बीपीएल के तहत आता है. मुखिया अजय कुमार गौतम ने बताया की कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत परिजन को राशि दी गयी है.
बताया की उसके इलाज पर सामाजिक सहयोग से 40 हजार रुपये खर्च किया गया, बावजूद इसके उसकी जान नहीं बच सकी. बताते चले की महादेवपट्टी गांव में 25 अक्तूबर की देर शाम खाना गरम करने के क्रम में रसोई गैस लीक करने से अचानक मुकेश पासवान के घर में लगी आग में डेढ़ दर्जन लोग जख्मी हुए थे. इनमें तीन लोगों का एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा था.