डुमरा : समाहरणालय के सभागार में सोमवार को शिक्षा विभाग की समीक्षात्मक बैठक डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में हुई. डीएम ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में विद्यालयों को उपलब्ध करायी गयी पोशाक व छात्रवृत्ति राशि की समीक्षा करते हुए बीइओ के स्तर से वितरण की गयी राशि की जांच के बाद जिला स्तर से भी 15 दिनों के अंदर रैंडमली जांच कराने का निर्देश दिया. बताया गया कि परिहार प्रखंड की जांच पूर्व में ही करा ली गयी थी. शेष 16 प्रखंडों में भी बीइओ के स्तर से जांच कार्य पूरी करा ली गयी है.
वहीं, एकीकृत कार्य योजना के तहत 124 मध्य विद्यालयों द्वारा क्रय की गयी डेस्क-बेंच की गुणवत्ता की जांच का निर्देश भी दिया गया. डीएम ने स-समय जांच कार्य संपन्न हो, इसके लिए संबंधित प्रखंडों के कनीय अभियंता को संबंधित नोडल पदाधिकारी से संपर्क कर जांच करने का निर्देश दिया. वहीं, जिन नियोजन इकाइयों द्वारा 2008 के आधार पर गलत शिक्षक नियोजन किया गया है, उसको चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई करने में सुस्ती बरती जा रही है, वैसे नियोजन इकाई के सचिव को डीएम के स्तर से पत्र भेजने का निर्णय लिया गया. साथ ही सभी विद्यालयों के खाते की राशि की जांच कराने का निर्देश भी दिया गया.
इसके तहत बैंक खातों का अद्यतन विवरणी प्राप्त कर रोकड़ बही, बैंक बुक आदि से मिलान कर खाता में बैलेंस राशि का डिजिटल ई-स्टेटमेंट लेकर उससे भी मिलान कराने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा प्रधानाध्यापकों को जर्जर भवनों में कक्षा का संचालन नहीं कराने का निर्देश दिया गया. इस संबंध में डीएम ने सर्व शिक्षा अभियान के आगामी बजट में जर्जर भवनों के जिर्णोद्धार का प्रावधान रखने का निर्देश दिया. तत्काल विद्यालय विकास निधि से जर्जर भवनों का जीर्णोद्धार कराने का निर्णय लिया गया.
बताया गया कि अबतक 210 विद्यालयों के निरीक्षण में उस विद्यालय में निर्मित 1535 कमरों में से 550 कमरा जर्जर अवस्था में पाया गया है. बैठक में किचेन शेड का निर्माण शीघ्र पूरा करने का निर्देश भी दिया गया. मौके पर डीइओ दिनेश्वर यादव, डीपीओ जयशंकर प्रसाद ठाकुर व शैलेश कुमार समेत सभी बीइओ मौजूद थे.