बिहार सरकार ने 11 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला सुनाया है. जिसमें प्राइवेट कोचिंग सेंटरों को भी शामिल किया गया है. सूबे में कोरोना के दोबारा बढ़ते मामलों को देख सरकार ने यह फैसला लिया. लेकिन इस फैसले से कई ऐसे लोग नाराज भी दिखे जो इस पेशे से जुड़े हुए है.
वहीं छात्रों के एक बड़े तबके में भी इस फैसले से असहमति दिखी है. सासाराम में आज कोचिंग बंद कराने के मामले ने विकराल रूप धारण कर लिया. छात्रों ने सड़कों पर उतरकर आगजनी की व तोड़फोड़ किए. मामले को शांत कराने पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े साथ ही हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी.
सासाराम के सड़कों पर आज माहौल काफी ज्यादा तब बिगड़ गया जब कोरोना को लेकर स्कूल और कोचिंग बंद करने के विरोध में छात्रों ने जमकर बवाल काटा. छात्रों ने आक्रोशित होकर उग्र प्रदर्शन किया और वाहनों के साथ तोड़फोड़ किया. उग्र छात्रों ने कलेक्ट्रेट परिसर के पार्किंग शेड में आग भी लगा दी. देखते ही देखते मामला गंभीर हो गया और पुलिस को मोर्चा थामना पड़ा.
हंगामा कर रहे छात्रों ने जमकर पत्थरबाजी की. इस दौरान करीब ढाई घंटे तक पुरानी जीटी रोड कलेक्ट्रेट के समक्ष अराजक माहौल बना रहा. जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी. काफी मसक्कत के बाद पुलिस ने उग्र छात्रों पर शिकंजा कसा और मामले को शांत कराया.
बता दें कि पिछले साल 2020 में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कराया गया था. लंबे समय के बाद इस साल 2021 में संस्थानों को चलाने की अनुमति मिली वहीं कोरोना के दोबारा बढ़ते मामले को देख बिहार सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान 11 अप्रैल तक बंद करने के आदेश जारी किए हैं. बिहार सरकार ने 11 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
Posted By: Thakur Shaktilochan