छपरा (सारण) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंकशन पर लोको पायलटो की कमी जल्द ही दूर हो जायेगी. लोको पायलटों के रिक्त पदों पर नवनियुक्त लोको पायलटों की तैनाती की जायेगी.
छपरा जंकशन के अलावा मऊ, वाराणसी, गोरखपुर डीजल लॉबी में भी लोको पायलटों की कमी जल्द दूर की जायेगी. पूर्वोत्तर रेलवे को एक हजार नये लोको पायलट रेलवे बोर्ड ने उपलब्ध कराया है. रेलवे को सबसे अधिक राजस्व देने वाली माल ट्रेनों का परिचालन एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह किया जायेगा. डीजल लॉबी में माल ट्रेन आने के आधा घंटा पहले ही गार्ड और लोको पायलटों की टीम तैयार रहेगी. पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंकशन से होकर प्रतिदिन 32 माल ट्रेनें चलती हैं, जिसके 64 लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों की जरूरत होती है. जबकि 140 यात्री ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है, जिसके लिए 280 लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों की जरूरत होती है.
रिक्त पदों पर जल्द होगी तैनाती
लोको पायलटों के अभाव में खड़ी नहीं होंगी माल ट्रेनें
एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह होगा माल ट्रेनों का परिचालन
32 माल ट्रेनों का होता है परिचालन
पूर्वोत्तर रेलवे यात्री प्रधान रेलवे है. साथ ही यहां के छपरा जंकशन से होकर प्रतिदिन 32 मालगाड़ियां गुजरती हैं .इस दृष्टिकोण से यात्री सुविधाओं के विकास और आधार भूत संरचना का व्यापक प्रबंध किया जा रहा है. यात्री सुविधाओं में विस्तार एवं रेल परिवहन के लिए अपेक्षित आधारभूत ढ़ांचे के विकास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किया गया है. यात्री सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही रेल परिवहन की विश्वसनीयता में वृद्धि की जा रही है. छपरा जंकशन विकास के नये दौर से गुजर रहा है और समस्त क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अभिनव कार्य किये जा रहे है. कार्मिक, चिकित्सा एवं सुरक्षा विभागों के कार्यकलापों में सुधार किया जा रहा है.
रेल यात्रियों एवं संपत्ति की सुरक्षा के लिये कई महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
पूर्वोत्तर रेलवे को लगभग 1000 सहायक लोको पायलट प्राप्त हुए हैं, जिन्हें सभी डीजल लॉजी में रिक्त पदों पर जल्द तैनाती की जायेगी.
अशोक कुमार,रेलवे जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे