यात्रियों से एक लाख 35 हजार रुपये की वसूली की गयी
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छपरा-मशरक रेलखंड पर चला अभियान
यात्रियों से एक लाख 35 हजार रुपये की वसूली की गयी रिंग रेल सर्विस को शुरू करने की कवायद छपरा (सारण) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा-छपरा के बीच रिंग रेल सर्विस शुरू होगी. इसकी शुरुआत अगले वित्तीय वर्ष में की जायेगी. रेलवे प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सारण, सीवान के ग्रामीण इलाकों […]
रिंग रेल सर्विस को शुरू करने की कवायद
छपरा (सारण) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा-छपरा के बीच रिंग रेल सर्विस शुरू होगी. इसकी शुरुआत अगले वित्तीय वर्ष में की जायेगी. रेलवे प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. सारण, सीवान के ग्रामीण इलाकों को रेल सेवा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से यह योजना बनायी गयी है. इस रूट पर रिंग रेल सर्विस शुरू हो जाने से ग्रामीण इलाकों के दैनिक यात्रियों, छात्रों, व्यवसायियों तथा आमजनों को बेहतर सुविधा मिल सकेगा. मूल रूप से सारण व सीवान जिले के बीचो-बीच गुजरने वाली यह रेलखंड ग्रामीण क्षेत्र की जीवनरेखा है. इसका प्रस्ताव रेलवे प्रशासन द्वारा रेलवे बोर्ड को भेजा गया है. नये बजट में इसे शामिल किया जा सकता है.
पहले से महाराजगंज, दुरौंधा-छपरा के बीच ट्रेनों का परिचालन होता है. छोटी लाइन से बड़ी रेल लाइन में छपरा-मशरक रेल लाइन के अमान परिवर्तन होने के पश्चात ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया है. .
मशरक तथा थावे के बीच भी छोटी रेल लाइन से बड़ी रेल लाइन में अमान परिवर्तन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस कार्य को भी इसी वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा कराने का रेलवे प्रशासन ने लक्ष्य रखा है. वर्तमान समय में छपरा से दुरौंधा, सीवान होते हुए थावे तक ट्रेनों का परिचालन हो रहा है.
दूसरी ओर छपरा से मशरक तक ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. साथ ही छपरा से दुरौंधा होते हुए महाराजगंज तक ट्रेनों का परिचालन हो रहा है. अमान परिवर्तन के बाद छपरा से मशरक तक परिचालन बहाल हो गया है. लेकिन मशरक से महाराजगंज और मशरक से थावे के बीच निर्माण कार्य की वजह से परिचालन बाधित है. इन दोनों स्थानों पर मार्च तक कार्य पूर्ण होने और नये वित्तीय वर्ष में ट्रेनों का परिचालन बहाल होने की संभावना है.
होगा यह लाभ : सारण, सीवान तथा गोपालगंज के यात्री प्रमंडलीय मुख्यालय छपरा तक रेल मार्ग से सीधी यात्रा कर सकेंगे. साथ ही राज्य की राजधानी पटना तक ट्रेन से यात्रा करने में इस क्षेत्र के यात्रियों को सहूलियत होगी. मशरक तथा थावे के बीच के करीब एक दर्जन स्टेशनों के यात्रियों को रेल यात्रा की सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है. प्रमंडलीय मुख्यालय या राज्य की राजधानी पटना जाने के लिए सड़क सहारा लेना पड़ रहा है.
सीवान जिले के महाराजगंज से सारण जिले के मशरक के बीच रेल लाइन चालू नहीं होने से इस क्षेत्र के यात्रियों को भी रेल यात्रा की सुविधा नहीं मिल पा रहा है. सड़क मार्ग से महंगी व कष्ट्रप्रद यात्रा करने को यात्रियों को विवश होना पड़ रहा है.
रेल मंत्रालय को रेल प्रशासन ने भेजा प्रस्ताव
क्या है रिंग रेल सर्विस
छपरा जंकशन से खुलने वाली ट्रेन मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा-छपरा के बीच चलेगी. जिससे छपरा से मशरक-महाराजगंज-दुरौंधा जाने वाले यात्रियों को सहूलियत होगी. पुन: उस क्षेत्र के लोगों को प्रमंडलीय मुख्यालय आने में सहूलियत होगी. इस रूट पर छपरा से दुरौंधा-महाराजगंज-मशरक-छपरा भी रिंग रेल सर्विस के तहत ट्रेन चलेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
मशरक-महाराजगंज के बीच रेल लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के पश्चात रेल रिंग सर्विस शुरू किया जायेगा. इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रेलवे मंत्रालय को भेजा गया है. अगले वित्तीय वर्ष में इसको चालू करने की योजना है.
अशोक कुमार, रेलवे जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे
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