दो पिकअप वैन लूट मामले में पुलिस को मिली सफलता
परसा (सारण) : सामान से लदे पिक अप वैन लूट की हुई दो घटनाओं का पुलिस ने उद्भेदन करने तथा एक अपराधी को लूटे गये लाखों रुपये मूल्य के सामान के साथ गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है.
एसपी सत्यवीर सिंह के द्वारा गठित विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर वैशाली जिले के जंदाहा थाना क्षेत्र के अंधरा बड़ा चौक के पास से एक अपराधी को उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह बाइक पर एक अन्य सहयोगी के साथ कपड़ा का नमूना लेकर बेचने जा रहा था. पकड़ा गया राजापाकड़ थाना क्षेत्र के बनघड़वा गांव के महेश सिंह का पुत्र राजू कुमार है, जबकि बाइक चला रहा अपराधी
पुलिस को चकमा देकर बाइक से भाग निकला. वह राजापाकर चौक निवासी राकेश सिंह का पुत्र संतोष कुमार बताया जाता है.
राजू की निशानदेही पर लाखों के सामान बरामद : गिरफ्तार अपराधी राजू की निशानदेही उसके घर पर तथा बखरी चंवर से लाखों रुपये मूल्य का लूट का सामान बरामद किया गया. पुलिस ने उसके घर से नौ काटरून बिजली का सामान, लकड़ी के बॉक्स में सील सामान, छह बंडल प्लास्टिक के वापरिंग पाइप, कपड़ा का गांठ दो बंडल बरामद की. बखरी चंवर में स्थित चिमनी से दो बंडल कपड़ा के गांठ, तीन बंडल प्लास्टिक के वायरिंग पाइप बरामद किये.
नेपाल व मुजफ्फरपुर में बेचे पिकअप वैन : 23 जून के साथ लूटे गये पिकअप वैन को अपराधियों ने नेपाल में ले जाकर बेच दिया तथा 30 जून की रात में परसा थाना क्षेत्र के हरपुर परसा गांव से लूटे गये पिकअप वैन को अपराधियों ने 90 हजार रुपये में मुजफ्फरपुर में बेचा. इसके अलावा 22 जून को मुजफ्फरपुर में फल से लदी पिकअप वैन, उसी दिन साहेबगंज रामपुर हाइस्कूल के पास से चोकर लदे ट्रक को लूट लिया.
टीम में थे शामिल : एसपी के द्वारा गठित विशेष टीम में सोनपुर एसडीओ अशोक चौधरी के अलावा परसा थानाध्यक्ष राजरूप राय, दरियापुर थानाध्यक्ष संजय कुमार, सोनपुर पुअनि अनिल कुमार, हरिहरनाथ ओपी प्रभारी आनंद कुमार शामिल थे. जिनके प्रयास से लूट कांडों का खुलासा हुआ और लूटी गयी सामान को बरामद किया गया.
लाइन होटल से पीछा : आठ की संख्या में अपराधी तवेरा वाहन से चलते थे. सभी आपस में मोबाइल पर बात करते रात के समय लाइन होटल पर जमा होते थे और वहां खाने पीने के बाद वैसे वाहनों का पीछा करते थे जो अकेले चलती थी.
पीछा करते हुए सुनसान स्थान देख कर ओवर टेक कर रोक लेते थे और हथियार का भय दिखा कर चालक खलासी को अपने तवेरा में सीट के नीचे डाल देते थे और उसके उपर पैर रखकर, कनपट्टी पर पिस्टल सटा कर लेकर दूसरी दिशा में जाते थे और लूट गये वाहन को सतीश तथा संतोष दूसरी दिशा में लेकर चले जाते थे. बंधक बनाये गये चालक खलासी और व्यवसायी को काफी दूर ले जाकर अपराधी छोड़ देते थे.
इस तरह हुआ खुलासा
विशेष टीम ने गुप्ता सूचना के आधार पर राजू को पकड़ा तो उसके पास से पिठ्ठू बैग बरामद हुआ जिसमें छह फर्जी आइडी प्रूफ, चार नया सीम कार्ड आइडिया कंपनी का, 3 व्यक्तियों के पांच-पांच पासपोर्ट साइज फोटो, फर्जी आइडी पर लिया गया तीन सीम कार्ड, दो मोबाइल मिला. राजू की गिरफ्तारी से ही लूट कांडों के रहस्यों का खुलासा हुआ और गिरोह के सभी अपराधियों का पता चला.