छपरा(सारण) : हाड़ कंपाती ठंड में बीमार लोगों की संख्या भी बढ़ गयी है और सदर अस्पताल में बीमार मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है. ठंड लगने के कारण एक दर्जन गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल लोगों को भर्ती कराया गया है. ओपीडी में भी बीमार मरीज काफी संख्या में शुक्रवार को पहुंचे . इस वजह से अस्पताल में भीड़ का माहौल रहा.
खासकर ठंड के कारण सिर दर्द, बुखार, बदन दर्द, खांसी, सर्दी व कै- दस्त, पेट दर्द की शिकायत बढ़ गयी है. ठंड लगने के कारण गंभीर रूप से बीमार लोगों में वृद्ध लोगों की संख्या अधिक है और बच्चे भी ठंड के कारण गंभीर रूप से बीमार हुए हैं. पिछले तीन दिनों के अंदर ठंड लगने से अधिक बीमार लोगों की संख्या 50 से अधिक बतायी गयी है. फिलहाल सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में एक दर्जन लोग भर्ती कराये गये है .
जो भीषण ठंड के कारण गंभीर रूप बीमार है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ सिंह ने बताया कि ठंड के कारण बीमार लोगों की संख्या में काफी बढ़ गयी है और अस्पताल में आने वाले बीमार लोगों में सबसे अधिक ठंड के शिकार लोग हैं.
प्रशासन के अलाव का दावा पूरी तरह फेल
प्रशासन के द्वारा शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक 100 से ज्यादा स्थानों पर अलाव जलाने का दावा किया जा रहा है. धरातल पर प्रशासन का दावा फेल है. बाजार, कार्यालय में काम करने वाले लोग तो अपने निजी खर्च या व्यवस्था से अलाव जलाते हैं. परंतु, वैसे गरीब एवं बेघर जिन्हें रहने एवं खाने की व्यवस्था ही नहीं है .वे अपने संसाधन से आखिर अलाव की व्यवस्था करें तो करें कैसे. कमोबेश यही स्थिति छपरा साढ़ा ढ़ाला, छपरा बस डीपो, नेहरू चौक, तेलपा बस स्टैंड, श्यामचक बस स्टैंड से ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोगों या छपरा जंकशन, कचहरी स्टेशन आदि से आने जाने वाले दैनिक यात्रियों की है.
जिन्हें इन स्थलों पर अलाव नहीं होने के कारण घंटो ठंड में ठिठुरकर गाड़ियों का इंतजार करना पड़ता है. वहीं जिला प्रशासन के द्वारा नाइट सेल्टर चलाने के लिए छपरा नगर निगम को आदेश तो दिया गया तथा नगर निगम के आयुक्त नाइट सेल्टर चलने का दावा भी करते हैं परंतु, नाइट शेल्टर के महिला कक्ष में नगर निगम का कार्यालय चलने के कारण महिला बेघर गरीब जहां चाहकर भी रात में शरण नहीं पा रहे हैं. वहीं पुरुष कक्ष की स्थिति भी शौचालय के अभाव में अनुपयोगी बनी हुई है. परंतु, पदाधिकारी लगातार दावे करते जा रहे हैं.