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रेलवे गार्ड की कमी,समस्तीपुर मंडल. ट्रेन के परिचालन पर असर

माल ट्रेन का गार्ड चलाता है पैसेंजर ट्रेन, वर्षों से बनी है यही स्थिति समस्तीपुर : समस्तीपुर रेलमंडल इन दिनों गार्ड की किल्लत से जूझ रहा है. गार्ड की कमी के कारण आये दिन ट्रेनें लेट हो रही हैं. कभी-कभी तो ट्रेन पर चालक बैठे रहते हैं, लेकिन गार्ड के नहीं आने के कारण ट्रेन […]

माल ट्रेन का गार्ड चलाता है पैसेंजर ट्रेन, वर्षों से बनी है यही स्थिति
समस्तीपुर : समस्तीपुर रेलमंडल इन दिनों गार्ड की किल्लत से जूझ रहा है. गार्ड की कमी के कारण आये दिन ट्रेनें लेट हो रही हैं. कभी-कभी तो ट्रेन पर चालक बैठे रहते हैं, लेकिन गार्ड के नहीं आने के कारण ट्रेन घंटों स्टेशन पर खड़ी रहती हैं. दो दिन पूर्व भी मंडल के मधुबनी स्टेशन पर गार्ड के इंतजार में पैसेंजर ट्रेन घंटों खड़ी रही. हालांकि, बाद में माल ट्रेन के गार्ड को बुलाकर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया. सबसे ज्यादा किल्लत पैसेंजर ट्रेन का है. मंडल से खुलने वाली विभिन्न पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन के लिए 168 गार्ड की जरूरत है, लेकिन मंडल में मात्र 87 गार्ड ही उपलब्ध हैं. इससे आये दिन ट्रेनों के परिचालन में समस्या उत्पन्न होती रहती है. ऐसा नहीं है कि मंडल के परिचालन विभाग को यह जानकारी नहीं है.
जानकारी होने के बावजूद स्थिति सुधारने का प्रयास नहीं किया जा रहा है.गार्ड कॉसिंग के जोनल अध्यक्ष बीके चौधरी बताते हैं कि मंडल को गार्ड की कमी के बारे में कई बार पत्राचार किया गया है. डीआरएम से लेकर जीएम को सूचित किया गया है, लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हो रही है. स्थिति इतनी गंभीर है कि गार्ड एक ट्रेन से उतरते नहीं कि उसे दूसरी ट्रेन की कुंजी थमा दी जाती है. इससे अक्सर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. मंडल में एक्सप्रेस, पैसेंजर व माल ट्रेन के लिए कुल 408 गार्ड की जरूरत है, लेकिन मंडल में 239 गार्ड ही कार्यरत हैं. यह स्थिति तब है जब हाल ही में मंडल प्रशासन ने 26 लोगों को गार्ड में प्रोन्नति दी है. समस्तीपुर मुख्याल की बात करें तो यहां एक्सप्रेस गार्ड तो पूर्ण हैं, लेकिन पैसेंजर में दस व माल गार्ड के 6 पद रिक्त हैं.
मंडल में गार्ड के पद
समस्तीपुर दरभंगा सहरसा नरकटियागंज मुजफ्फरपुर
एक्सप्रेस गार्ड 09 11 07 04 08
पैसेंजर गार्ड 33 43 40 26 26
माल गार्ड 37 15 15 54 50
एक ट्रेन से उतरते ही दूसरी ट्रेन की जिम्मेवारी
गार्डों की कमी का आलम यह है कि गार्ड एक ट्रेन से उतरते नहीं है कि उन्हें दूसरी ट्रेन लेकर जाने का मेमो थमा दिया जाता है. गत सप्ताह मंडल के नरकटियागंज में ऐसी स्थिति पर गार्डों ने आपत्ति जतायी थी. काफी हो हल्ला के बाद माल ट्रेन के गार्ड को बुलाकर पैसेंजर ट्रेन चलाया गया था. गार्ड काउंसिल के जोनल अध्यक्ष बीके चौधरी ने बताया कि ऐसी स्थिति में गार्ड को सही रूप से शारीरिक आराम भी नहीं मिल पाता है.
रिक्तियों के बारे में आरआरबी को हर माह लिखा जाता है
मंडल में गार्ड समेत सभी अन्य संवर्गों की रिक्तियों के बारे में प्रत्येक माह आरआरबी को लिखा जाता है. आरआरबी बोर्ड के द्वारा उक्त पदों पर नियुक्ति कर सूची मंडल को उपलब्ध कराता है. मंडल को आरआरबी द्वारा अभी नये गार्ड नहीं मिले हैं. गार्ड मिलने पर उन्हें रिक्तियों के अनुसार पोस्टिंग की जायेगी.
बीएन सिंह, सीनियर डीपीओ, समस्तीपुर रेल मंडल

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