शाहपुर पटोरी/मोहनपुर (समस्तीपुर) : कई राज्यों में चिटफंड कंपनी खोल 65 करोड़ के गबन के आरोपित रंजीत कुमार को राजस्थान पुिलस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी उसके गांव पटोरी थाना के मोहनपुर से हुई. इसमें स्थानीय पुिलस का भी सहयोग रहा. राजस्थान पुिलस पटोरी कोर्ट की अनुमित से शुक्रवार को उसे अपने साथ ले गयी. राजस्थान के हनुमानगढ़ थाने रंजीत के खिलाफ गबन की प्राथमिकी दर्ज है.
राजस्थान पुिलस के अनुसार विभिन्न नामों से चिट फंड कंपनी चलाने का रंजीत पर आरोप है, उसने कंपनी का लाखों व देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 65 करोड़ रुपये गबन िकया है.
बिहार, बंगाल व राजस्थान में कंपिनयां खोल कर ठगी की गयी. राजस्थान से आयेे एएसआइ परमिंदर सिंह व िसपाही रतन लाल ने बताया कि हनुमानगढ़ टाउन थाने में कांड संख्या 561/14 के तहत रंजीत समेत एक दर्जन लोगों पर प्राथमिकी 22 जुलाई 2014 को दर्ज की गयी थी.
नाम बदल कई संस्थाएं खोली
प्राथमिकी में हनुमानगढ़ निवासी महेश दाधीिच ने कहा है कि एंजल एग्रीटेक ने हनुमानगढ़ में अपनी शाखा खोली. वहां उसके संचालन की जिम्मेवारी उसे सौंपी थी. इसमें सैकड़ों लोगों ने 40 लाख से अधिक रुपये जमा हुये. बाद में कई बार यह संस्था बंद हुई.
नाम बदलकर अलग-अलग संस्थाएं खोलकर लोगों से पैसे की उगाही की गयी. रंजीत कई कंपनी व जीएसएचपी नामक कंपनी के डायरेक्टर पद पर नियुक्त था. इसी वजह से गबन का मुख्य अभियुक्त उसे बनाया गया. राजस्थान पुलिस ने बताया कि उनके राज्य में 25 करोड़ व अन्य राज्यों में 40 करोड़ की ठगी रंजीत की ओर से की गयी, जो रकम िमलाकर 65 करोड़ होती है. ये आकड़ा राजस्थान पुिलस की ओर से की गयी जांच के दौरान पता चला.
कोलकाता में मुख्यालय. जानकारी के अनुसार रंजीत एंजल एग्रीटेक, एंजल एग्रीटेक कॉमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड, एंजल रूरल डेवलपमेंट आदि नाम से कई कंपनी बतौर डायरेक्टर चला रहा था.
कंपनी का मुख्यालय कोलकाता स्थित इएन 27, सेक्टर 5, एडवांटेज टावर, 5वां तल्ला, साल्टलेक िदखाया गया था. गुरुवार की रात हुई गिरफ्तारी में पटोरी के थानाध्यक्ष बीएन मेहता, मोहनपुर ओपी अध्यक्ष जागेश्वर राय, एएसआई कन्हैया रविदास सहित काफी संख्या में पुलिस अधिकारी व बल शामिल थे. मोहनपुर से रंजित की गिरफ्तारी के बाद पूरे क्षेत्र में खलबली है.