गायघाटः एनएच-57 पर बेरुआ गांव के समीप शुक्रवार को शाम चार बजे बस व बाइक की सीधी टक्कर हो गयी. इसमें बाइक पर सवार दो युवकों की मौत हो गयी. बाइक चालक समस्तीपुर रेलवे कॉलोनी निवासी विशाल कुमार (25) ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. वहीं बाइक पर बैठे उसके साथी कुणाल किशोर की एसकेएमसीएच ले जाने के दौरान मौत हो गयी. वह लहेरियासराय का रहने वाला बताया गया जाता है. दोनों युवक एक निजी कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे. वे दरभंगा से वैशाली में होने वाले चुनाव कार्य के सिलसिले में मुजफ्फरपुर जा रहे थे.
इधर, सड़क पर दुर्घटना के बाद आक्रोशित स्थानीय ग्रामीणों ने डेढ़ घंटे तक एनएच-57 को जाम कर दिया. लोगों का गुस्सा एनएचआई अधिकारियों के प्रति था. सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे गायघाट थानाध्यक्ष रमन कुमार ने लोगों को समझाने का प्रयास किया. बाद में गांव के सरपंच कृष्णा सिंह भी पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने एनएच से जाम हटाया. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा.
ग्रामीणों का कहना था कि करीब दस माह से एनएचआई ने मैठी से लेकर जारंगडीह तक करीब 10 किमी तक फोरलेन के एक तरफ का टू लेन बंद कर दिया गया. दूसरी तरफ के टू लेन पर ही दोनों तरफ के वाहनों का आवागमन कराया जा रहा है. लेन बंद करने का कारण बेरुआ व जारंग के पुल का क्षतिग्रस्त होना बताया जाता है.
दस माह में तीन दर्जन मौतें
एक लेन से आवागमन होने के कारण मैठी से लेकर जारंगडीह तक करीब दस किमी का एरिया डेंजर जोन में तब्दील हो गया है. इस एरिया में दस माह में करीब तीन दर्जन से अधिक मौतें हो चुकी हैं. एनएचआई द्वारा दस माह में क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत तो नहीं हुई, लेकिन इन दोनों पुलों पर डायवर्सन भी बन. इसके कारण एक ही लेन पर दोनों तरफ की गाड़ियों के गुजरने के कारण आये दिन दुर्घटना होनी आम बात हो गयी है. बता दें कि गत चार मई तो इसी लेन पर मैठी में बाइक व ट्रक की टक्कर में शिक्षक पति व पत्नी की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी. घटना से ग्रामीणों में इस कदर आक्रोश फूटा कि टोल प्लाजा पर जम कर तोड़फोड़ की गयी.