समस्तीपुरः सदर अस्पताल परिसर स्थित डब्ल्यूएचओ सभा भवन में शुक्रवार को यूनीसेफ की ओर से प्रशिक्षण दिया गया. जिसमें चिकित्सक व तकनीकी सहायकों ने हिस्सा लिया.
प्रशिक्षक डॉ. पीके दत्ता ने मनुष्य में अचानक लूंज-पूंज लकवा से निबटने की तरकीब बतायी. इस क्रम में उन्होंने रोग के लक्षणों पर विशेष रुप से जानकारी दी. चिकित्सकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से शरीर के अंगों की पहचान कराते हुए रोग के उस पर होने वाले प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की. साथ ही प्रभावित होने पर मरीजों की आरंभिक से लेकर गंभीर चिकित्सा करने के बारीकियों पर क्रमवार जानकारियां दी.
प्रशिक्षण में शामिल यूनिसेफ के विजय शंकर ने बताया कि भारत सरकार की ओर से डब्ल्यूएचओ को पोलियोमुक्त का सर्टिफिकेट मिल गया है. यह फिलहाल तीन वर्षो के लिए दिया गया है. इस अवधि में भी रोग पर विशेष नजर रखी जायेगी ताकि आगे भी पोलियोमुक्त बनाये रखा जा सके. उन्होंने बताया कि अप्रैल में पोलियो के विशेष चक्र शुरु करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है. जल्द ही तिथि का निर्धारण हो जायेगा.
अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. शंक र झा ने की. प्रशिक्षण में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विजय कुमार वर्मा, डॉ. अशोकबर्धन सहाय, डॉ. प्रेमबर्धन, डॉ. प्रकाश, डॉ. मंजू सहाय के अलावा कई अन्य तकनीकी कर्मचारी उपस्थित थे.