आद्रा नक्षत्र की बारिश में शहर पानी-पानी

आद्रा नक्षत्र की बारिश में शहर पानी-पानी

By Prabhat Khabar | June 29, 2020 10:34 AM

सहरसा: शनिवार की देर संध्या से ही जिले में एक बार फिर से तेज बारिश हो रही है. शुक्रवार की संध्या के बाद से लगभग 24 घंटे तक बारिश नहीं होने से जनजीवन सामान्य होता जा रहा था, लेकिन मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार एक बार फिर से बारिश जोर पकड़ती जा रही है. मौसम विभाग द्वारा किये गये पूर्वानुमान में 29 जून तक भारी बारिश व अगले पांच दिनों तक वर्षा की आशंका जतायी गयी है. इस आलोक में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने पूरे जिले में अलर्ट जारी किया है. भारी वर्षा एवं संभावित बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन जहां पूरी तरह चौकस है. वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त है. शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दिनों से हुई बारिश के कारण नदी-नाले भर चुके हैं. जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में लगातार हो रही बारिश से लोगों में भय व्याप्त हो गया है. इससे शहरी क्षेत्र में जलजमाव गहराता जा रहा है.

पैदल चलना भी हुआ मुश्किल

अधिकांश वार्डों में जलजमाव के कारण शहरवासियों का घरों से निकलना कठिन हो गया है. उस पर हो रही लगातार बारिश से परेशानी दोगुनी होती दिख रही है. नाला विहीन अधिकांश वार्डों में जलजमाव से अभी से ही लोग परेशान हैं. शहरी क्षेत्र के सभी मुख्य चौक चौराहों पर जलजमाव के कारण लोगों का घरों से निकलना खतरे से खाली नहीं रह गया है. जलजमाव के कारण दुर्घटनाएं बढ़ गयी है. दो चक्के वाहन से लेकर रिक्शा, ई-रिक्शा एवं बड़े वाहन तक सड़कों पर पलट रहे हैं. इससे लोग जख्मी होकर घर के बदले अस्पताल पहुंच रहे हैं. जबकि शहरी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या दूर करने के प्रति नगर परिषद उदासीन बना हुआ है. नगर परिषद द्वारा किसी तरह की तैयारी नहीं किये जाने से शहरवासियों में रोष है.

ज्ञात हो कि बुडको द्वारा नाला निर्माण का आधा अधूरा कार्य किये जाने से एक बार फिर शहर जलजमाव के चपेट में आ गया है. शहर के अधिकांश वार्डों में जलजमाव की समस्या बरकरार है. इसकी पूरी जानकारी नगर परिषद के पास उपलब्ध है. इसके बावजूद भी नगर परिषद द्वारा जल निकासी की किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गयी है. शहर के सबसे बड़े वार्ड गंगजला सहित कोशी कॉलोनी, बटरहा, न्यू कॉलोनी, नया बाजार, हटियागाछी की स्थिति जलजमाव के कारण बदतर हो गया है. लोगों को घरों से निकलना, खासकर कामकाजी महिलाओं का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है.

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