सफलता. साथियों के साथ हत्या की योजना बना रहा अनिल यादव गिरफ्तार
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दस लाख में ली थी सुपारी
सफलता. साथियों के साथ हत्या की योजना बना रहा अनिल यादव गिरफ्तार सिंटू हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त अनिल यादव अपने साथियों के साथ पंचगछिया रेलवे स्टेशन के पास किसी की हत्या करने की योजना बना रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अनिल को गिरफ्तार किया. पुलिस इस बात की […]
सिंटू हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त अनिल यादव अपने साथियों के साथ पंचगछिया रेलवे स्टेशन के पास किसी की हत्या करने की योजना बना रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अनिल को गिरफ्तार किया. पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि आखिर किसकी हत्या की योजना बनायी जा रही थी.
सत्तरकटैया : पिछले वर्ष 20 नवंबर को बिहरा थाना क्षेत्र के पनिदाहा पोखर पर हुई सुपौल जिले के बरूआरी निवासी विकास कुमार उर्फ सिंटू सिंह हत्याकांड के अभियुक्त बेलाही गांव निवासी अनिल यादव को पुलिस ने मंगलवार की देर शाम दूसरी घटना को अंजाम देने के लिए योजना बनाते विशनपुर गांव से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
थानाध्यक्ष मो सरवर आलम ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अनिल यादव अपने साथियों के साथ पंचगछिया रेलवे स्टेशन के आस-पास किसी का हत्या करने की योजना बना रहा है. वह आरण विशनपुर पथ पर विशनपुर गांव के पास सड़क किनारे खड़े होकर अपने साथियों का इंतजार कर रहा था. इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस अलग-अलग भागों में बंट कर पहुंची और अनिल यादव को धर दबोचा. इस बात का खुलासा अनिल यादव के मोबाइल से हुआ है.
अजय यादव ने की थी सिंटू की हत्या: थानाध्यक्ष ने बताया कि कुछ दिन पूर्व सिंटू व अजय यादव सुपौल जेल में रहा था. जहां दोनों के बीच मुकेश सिंह पर हमला को लेकर गाली गलौज व मारपीट हुई थी. जिसके कारण अजय यादव को सजा के तौर पर विशेष जेल में रखा गया था. यह बात अजय यादव को नागवार गुजरी थी. इसी बात को लेकर अजय यादव व सिंटू सिंह के बीच एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी गयी थी. जेल से बाहर निकलने के बाद अजय यादव ने सिंटू सिंह की हत्या करने का मन बना लिया था और दोनों ने एक दूसरे से दोस्ती कर ली. 20 नवंबर 2016 को अजय यादव ने सिंटू सिंह को उसके साथियों से बुलवा भेज कर पनिदाहा मंगवाया.
जहां पहुंचने के बाद सिंटू सिंह के साथी को पान व गुटखा लाने के लिए मकुना भेज दिया. इसी बीच अजय यादव ने सिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी और शव को पोखर के पानी में फेंक दिया था. अनिल यादव के इस खुलासे से सिंटू सिंह हत्याकांड का पूर्णरूपेण खुलासा हो गया है. लेकिन किसी दूसरी घटना को अंजाम देने की बात ने पुलिस को चौंका दिया है. पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि आखिर सत्तरकटैया में कौन सा ऐसा आदमी है, जिसे मारने के लिए दस लाख की सुपारी दी गयी है. इस बात की जानकारी से क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया है.
पुलिस को मिली बड़ी सफलता
सिंटू हत्याकांड के बाद अनिल यादव व अजय यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर काफी दबाव था. इन अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पूर्व जिला पार्षद सह भाजपा नेता प्रवीण आनंद ने हाल ही में पटोरी चौक पर एक दिवसीय धरना भी दिया था. वहीं मृतक सिंटू सिंह की माता ने गिरफ्तारी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने की लिखित जानकारी एसपी को दी थी. अनिल यादव की गिरफ्तारी से बिहरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है.
सिंटू हत्याकांड के एक अन्य अभियुक्त औराही गांव निवासी गौतम कुमार उर्फ ललटू यादव को पुलिस पूर्व में ही जेल भेज चुकी है. जबकि अजय यादव अभी तक फरार चल रहा है. पुलिस इस बात की छानबीन में जुटी है कि आखिर पंचगछिया रेलवे स्टेशन के आसपास 10 लाख की सुपारी लेकर अनिल यादव व उसके साथी किसकी हत्या करने की योजना बना रहे थे. संभावित हत्या कराने के पीछे किस-किस का हाथ हो सकता है.
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