सहरसा : कोसी महोत्सव 2016, स्थान स्टेडियम परिसर, समय 4:30, निर्धारित समय के अनुसार अब तक महोत्सव का उद्घाटन हो जाना चाहिए था, लेकिन न तो मंच पर कोई गणमान्य नेता मौजूद हैं और न ही कोई अधिकारी नजर आ रहे हैं. हां, दर्शक दीर्घा में 20 से 25 लोग नजर आ रहे हैं, लेकिन बाद में पता चला कि ये परिसर में लगे स्टाल में कार्यरत कर्मी और अन्य लोग हैं. थक कर कुरसियों पर बैठे हैं. 4:40 बजे साउंड कार्य में लगे लोग सभी कनेक्शन को दुरुस्त करने में लगे थे. देर के संबंध में पूछने पर कहने लगे कि देर रात को सहरसा आये हैं.
इतना सारा काम है कि टाइम तो लगेगा ही. आयोजन स्थल पर व्यवस्था देख रहे कर्मियों ने मायूस शब्द में कहा कि हम क्या करें. हमारी कौन सुनता है. पता चला कि उद्घाटन के लिए आने वाली पर्यटन मंत्री नहीं आयी हैं. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री महिषी के विधायक अब्दुल गफूर महोत्सव का उद्घाटन करने वाले हैं. 4:45 हो चुके थे, मंच से दो व्यक्ति दीप स्टैंड लेकर उतर रहे थे. पूछने पर बताया कि साफ करने ले जा रहे हैं. तभी पीछे से आवाज आयी, अरे साउंड भी तो चालू करो. साउंड वाले ने कहा अभी थोड़ा टाइम लगेगा. 4:52 में मंच के दाहिने तरफ मीडिया कर्मी जुट चुके थे. कार्यक्रम स्थल की उदासीनता और समय पर कोई तैयारी नहीं देख यह चर्चा होती रही. हालांकि प्रेस दीर्घा जैसी कोई जगह नहीं थी,
लेकिन मंच के दाहिने तरफ कुर्सियों का जमवाड़ा देख मीडिया के लोग वहीं खड़े रहे, जिन्हें बाद में वहीं कुर्सियां दे दी गयी. अब तक 5:00 बज चुके थे. माहौल लगभग पूर्व की ही तरह था. कुछ कलाकारों के परिजन जरूर दर्शक दीर्घा में संख्या को बढ़ा रहे थे. दूसरा निर्धारित उद्घाटन का समय भी गुजर चुका था. सभी अभी भी कोसी महोत्सव 2016 के शुरू होने के इंतजार में थे. इस चाहत को मन में लिए कि कभी देश भर में अपनी ख्याति फैलाने वाला कोसी महोत्सव आज अपनी पहचान के लिए भी तरस रहा है.