आस है सहरसा जंकशन के कायाकल्प की
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जीएम मित्तल का दौरा. अधिकारियों के कई फेरे के बाद भी नहीं बदले हालात, स्टेशन पर सुविधाअों का टोटा
आस है सहरसा जंकशन के कायाकल्प की पांच फरवरी को सहरसा पहुंचेंगे रेलवे जीएम हाजीपुर जोन के जीएम एके मित्तल से है लोगों को उम्मीदें समस्तीपुर- सहरसा-बनमनखी रेलखंड का करेंगे निरीक्षण सहरसा नगर : ए ग्रेड स्टेशन का दर्जा प्राप्त समस्तीपुर रेल मंडल के सहरसा जंक्शन पर दशकों से यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है. […]
पांच फरवरी को सहरसा पहुंचेंगे रेलवे जीएम
हाजीपुर जोन के जीएम एके मित्तल से है लोगों को उम्मीदें
समस्तीपुर- सहरसा-बनमनखी रेलखंड का करेंगे निरीक्षण
सहरसा नगर : ए ग्रेड स्टेशन का दर्जा प्राप्त समस्तीपुर रेल मंडल के सहरसा जंक्शन पर दशकों से यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है. केंद्र में हमेशा नई सरकार बनती रही और क्षेत्र के लोगों की उम्मीद भी बढ़ती गयी. नतीजतन सहरसा से गरीब रथ जैसी स्पेशल ट्रेन के अलावा जनसाधारण व जनसेवा जैसी सामान्य श्रेणी की गाड़ी सौगात में मिलती रही.
हालांकि इन सबों के बीच जंक्शन पर व्याप्त यात्री सुविधा की खाई लगातार बढ़ती ही गयी. जंक्शन पर गाहे-बगाहे रेल अधिकारियों का दौरा भी होता रहा, लेकिन अपेक्षित सुधार सरजमीं पर नही उतर सका. जीएम एके मित्तल से लोगों को उम्मीदें हैं कि वह कोसी क्षेत्र में रेलवे के विकास को लेकर तत्परता दिखायेंगे. ज्ञात हो कि 5 फरवरी को रेल जीएम एके मित्तल वार्षिक जायजा लेने सहरसा पहुंचेंगे. ऐसे में जीएम से बदहाल रेल को पटरी पर लाने की उम्मीद लोग लगाये हुए हैं.
आरक्षण का बने अलग काउंटर :
सहरसा जंक्शन पर बुजुर्ग, विकलांग, महिला, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक व पत्रकारों के लिए अलग आरक्षण काउंटर की व्यवस्था नहीं होना लोगों को खटकता है. जबकि अन्य जगहों पर रेलवे द्वारा इस प्रकार की सुविधा यात्रियों को उपलब्ध करायी जा रही है. यह सुविधा बहाल होने से ऐसे विशिष्ट लोगों को लंबी लाइन से निजात मिल सकेगी.
मैथिली में मिले आरक्षण फॉर्म :
रेल मंत्रालय द्वारा पूर्व से ही क्षेत्रीय व संविधान की अष्टम सूची में शामिल भाषा का महत्व अपने क्रियाकलाप में दिया जाता रहा है. इसके बावजूद सहरसा जंक्शन के आरक्षण काउंटर पर मैथिली में आरक्षण फॉर्म नहीं उपलब्ध कराया गया है. जबकि दूसरे प्रदेशों में क्षेत्रीय भाषा के अलावा दूसरे तरफ हिंदी व अग्रेजी में फार्म उपलब्ध रहती है.
यात्रियों को मिले वाईफाई की सुविधा : देश के कई ए ग्रेड स्टेशनों पर फ्री वाईफाइ की सुविधा भी यात्रियों को दी जा रही है. इसके बावजूद उत्तर बिहार का सबसे कमाउ स्टेशन में शामिल सहरसा जंक्शन पर यात्रियों को वाईफाइ की सुविधा नहीं मिल रही है.
बनमनखी-बिहारीगंज का हो कायाकल्प : कुसहा त्रासदी के कई वर्ष बाद सहरसा से पूर्णिया सीधी रेल परिचालन बहाल होने की उम्मीद जगी है. बनमनखी से बिहारीगंज छोटी रेल लाइन पर रेंगती ट्रेन से लोगों को भी छूटकारा मिलने की उम्मीद है.
ज्ञात हो कि मुरलीगंज तक अमान परिवर्तन पूरा होने के बाद पूर्णिया जंक्शन तक तेजी से चल रहे अमान परिवर्तन कार्य मार्च से पूर्व पूरा कर लिये जाने के बाद सहरसा से सीधे ट्रेन परिचालन होने से इस क्षेत्र के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी.
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