अच्छे कार्य करने वाले थानाध्यक्ष ही रहेंगेबरकरार : डीआइजी तीनों जिलों के एसपी व एसडीपीओ के साथ की बैठक
सहरसा सिटी : डीआइजी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने मंगलवार को कार्यालय वेश्म में तीनों जिले के पुलिस अधीक्षक व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ बैठक कर अपराध नियंत्रण की समीक्षा की. डीआइजी ने क्षेत्र में बढ़ रहे लूट, हत्या पर नाराजगी व्यक्त करते इस पर अविलंब रोक लगाने का निर्देश दिया.
पुलिस अधीक्षक को सख्त निर्देश देते उन्होंने कहा कि जो थानाध्यक्ष बेहतर परफॉरमेंस नहीं दे पा रहे हैं. उन्हें अविलंब हटायें. उन्होंने कहा कि अच्छे परफारमेंस देने वाले पदाधिकारी ही थानाध्यक्ष रहेंगे. उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सभी एसपी को आपस में सूचना का आदान-प्रदान करने, टेक्निकल सर्विलांस का उपयोग करने,
अपराधियों की सूची बनाने, जेल से जमानत पर निकले अपराधियों पर नजर रखने, यदि किसी थाना क्षेत्र का अपराधी दूसरे क्षेत्र में अपराध को अंजाम देते हैं तो ऐसे अपराधी को गिरफ्तार करने, अन्यथा संबंधित थानाध्यक्ष पर कार्रवाई करने, तीनों जिलों की संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी करने का निर्देश दिया.
डीआइजी ने कहा कि अपराध व अपराधी पर अविलंब कार्रवाई करें. वहीं अधिकारियों की लापरवाही कतई बरदाश्त नहीं की जायेगी. समीक्षा के दौरान सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास के नेतृत्व में गठित विशेष टीम द्वारा नौ अपराधी नीलसागर यादव, रवि भगत, विकास यादव, केशव यादव, ललटू यादव, मृणाल माधव, विक्रम कुमार, मिठू सिंह, प्रवीण सिंह की गिरफ्तारी व पुलिस दबिश पर पांच आरोपी रमण यादव, करण त्रिवेदी, सूरज तांती, संतोष यादव, मुकेश कुमार मुन्नू के आत्मसमर्पण करने पर टीम की सराहना की. डीआइजी ने बनगांव थाना क्षेत्र के पड़री गांव में हुई आईटीबीपी जवान बबलू खां की हत्या में आरोपी बनाये गये
मुखिया रूपेश खां की अविलंब गिरफ्तारी का निर्देश दिया. गिरफ्तारी नहीं होने पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई करने को कहा. बैठक में सहरसा एसपी विनोद कुमार, सुपौल एसपी कुमार एकले, मधेपुरा एसपी कुमार आशीष, सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास, सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह सहित तीनों जिले के कई एसडीपीओ व पुलिस निरीक्षक मौजूद थे.