सहरसा नगर: रविवार को शहर के गंगजला स्थित सजर्न डॉ रंजेश कुमार सिंह के अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान 14 वर्षीय नीकू कुमारी के पेट से निकला तांत(मजबूत प्लास्टिक का घागा) का जाल चर्चा का विषय बना हुआ है. सजर्न डॉ सिंह द्वारा किये गये सफल ऑपरेशन के बाद पेट से निकाले गये जाल को देखने अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गयी.
पेट दर्द की शिकायत पर पिता ने दो दिन पूर्व कराया था भरती : डॉ सिंह ने बताया कि बनगांव पूर्वी पंचायत के कमलपुर गांव निवासी लखन राम ने पेट में दर्द की शिकायत होने पर दो दिन पूर्व अपनी बेटी को भरती कराया था. गंगजला चौक स्थित क्लिनिक गायत्री नर्सिग होम में किये गये
प्रारंभिक जांच के बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया. सजर्री के बाद मरीज की हालत स्थिर बतायी जा रही है. डॉक्टर ने बताया कि जाल को खाने की आदत की वजह से यह पेट में इकट्ठा होता जा रहा था. मरीज के मल द्वार के रास्ते भी जाल कम मात्र में निकलता रहता था.
सात साल से खाती थी जाल : मरीज के पिता ने बताया कि सात साल की उम्र से ही वह चोरी छिपे तांत से बने जाल को काट-काट कर खा लेती थी. लेकिन बाद के समय में उसके जाल खाने की आदत बढ़ने लगी. उन्होंने बताया कि तांत का प्रयोग मछली पकड़ने के लिए जाल में किया जाता है.
पांच साल पहले हुआ था दर्द : पिता ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व भी नीकू के पेट में दर्द की शिकायत होने पर शहर के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया था. लेकिन दर्द निवारक दवा देकर विदा कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि बच्ची को पेट में जाल रहने से दर्द की शिकायत हमेशा बनी रहती थी. लेकिन तीन दिन पहले स्थिति खराब होने की वजह से डॉ रंजेश के पास लाया गया था.