नवहट्टा : प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान के स्थानांतरण होने के बाद 24 फर्जी शिक्षक नियोजन मामले में जिलाधिकारी डॉ शैलजा शर्मा ने उन पर प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया है. जिलाधिकारी ने अपने निर्देशित पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा है कि प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के सचिव एवं अध्यक्ष पर फर्जीवाड़ा के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. शिक्षक नियोजन फर्जीवाड़ा में शामिल जनप्रतिनिधि के विरुद्ध भी पंचायतीराज अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई के लिए अनुशंसा भेजी जाय.
मालूम हो कि प्रखंड कार्यालय में शिक्षक नियोजन फर्जीवाड़ा का मामला पिछले एक वर्ष से तूल पकड़े हुए हैं. प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई के सचिव पूर्व प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान पर पिछले वर्ष 20 अक्टूबर 2017 को अवैध तरीके से दर्जनों शिक्षक को नियोजन पत्र बांट कर मोटी रकम वसूल लेने का आरोप लगा था. नियोजन का मामला अखबार में आने के बाद बीडीओ चंद्रमोहन पासवान ने नियोजन को आनन-फानन में रद्द कर दिया.
असली खेल तो तब हुआ जब प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान के तबादला की अधिसूचना 12 मई 2018 को जारी हुई. तबादला के अधिसूचना जारी होने के बाद मोटी रकम उगाही कर 24 नियोजन पत्र बांट दिया गया. आश्चर्यजनक बात तो तब सामने आयी जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजेंद्र पांडेय ने भी स्पष्ट रूप से कह दिया कि हमारे बिना जानकारी के ही 24 शिक्षक को नियोजन पत्र बांट दिया गया. और तो और प्रधानाध्यापकों ने हमें बिना सूचना दिये ही शिक्षक का विद्यालय में योगदान ले लिया. हालांकि 6 विद्यालय में 24 शिक्षकों का योगदान लेने वाले प्रधानाध्यापक का वेतन बंद कर स्पष्टीकरण पूछा गया है. पिछले दिनों आयुक्त के निर्देश पर एडीएम धीरेंद्र झा ने शिक्षक नियोजन संबंधित मामले की जांच प्रखंड कार्यालय पहुंचकर किया था.
शिक्षक नियोजन का मामला कैसे हुआ उजागर : बीते दो माह पूर्व प्रखंड कार्यालय स्थित व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन करने के लिए एक भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा का गठन सर्वदलीय राजनीतिक पार्टी कार्यकर्ताओ के द्वारा किया गया. भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के सदस्य भाजपा मंडल अध्यक्ष पंकज पाठक, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष प्रशांत यादव, पंचायत समिति सदस्य कमल नारायण गुप्ता, हम प्रखंड अध्यक्ष नौशाद आलम, नारायण सिंह, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष रविंद्र चौधरी, जाप सांसद प्रतिनिधि नूर आलम, जाप प्रखंड अध्यक्ष अशोक यादव, राजद नेता सफैजुल, फ्रेंड्स ऑफ आनंद के रविंद्र सिंह राणा, रालोसपा के श्रीकांत झा सहित कई अन्य के द्वारा आयुक्त, जिलाधिकारी एवं मंत्री रमेश ऋषिदेव से न्यायिक जांच की मांग की गयी थी. आयुक्त के निर्देश पर एडीएम धीरेंद्र झा के जांच प्रतिवेदन के अनुसार 24 शिक्षक का नियोजन अवैध तरीके से पाया गया. इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा पूर्व बीडीओ चंद्रमोहन पासवान पर प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया है.
डीइओ ने किया विद्यालय का निरीक्षण
महिषी. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बिहार सरकार के निर्देश पर उच्च विद्यालयों में पठन पाठन में सुधार व बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने की मंशा से जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ तकी उद्दीन अहमद ने गंगा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैना का औचक निरीक्षण कर मौके पर मौजूद शिक्षकों को पठन पाठन को सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया. श्री अहमद ने बच्चों से विद्यालय में पाठन गतिविधियों व मूलभूत समस्यायों की जानकारी ली.
शिक्षा में शिक्षकों की भूमिका का विषयवार शिक्षकों से प्रश्न पूछ पढ़ कर पढ़ाने की नसीहत देते गुरु गुण अपनाने की बात कही. विद्यालय में शौचालय में गंदगी देख प्रधानाध्यापक राजाराम चौधरी को बेसिन दुरुस्त कराने व साफ सफाई का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री साइकिल योजना, पोशाक व छात्रवृत्ति राशि वितरण का लेखा जोखा लेते योजना से वंचित बच्चों को अविलंब राशि हस्तांतरण करने की बात कही. मौके पर शिक्षक देव नारायण राय, ब्रजकिशोर खां, दिलीप चौधरी, धर्मेन्द्र कुमार मिश्र, अनु कुमारी, पुस्तकालाध्यक्ष मनोज कुमार सहित अन्य मौजूद थे.