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प्रखंड में कबीर अंत्येष्टि योजना फेल
डेहरी : गरीब परिवारों के सदस्यों के निधन पर उनके दाह संस्कार में मदद करने के लिए सरकार द्वारा चलायी गयी कबीर अंत्योष्ठी योजना प्रखंड क्षेत्र में फेल सा हो गया है. योजना का त्वरित लाभ नहीं मिलने के पिछे इसका कारण उक्त योजना के मद में राशि के अभाव होना बताया जाता है. बीपीएल […]
डेहरी : गरीब परिवारों के सदस्यों के निधन पर उनके दाह संस्कार में मदद करने के लिए सरकार द्वारा चलायी गयी कबीर अंत्योष्ठी योजना प्रखंड क्षेत्र में फेल सा हो गया है. योजना का त्वरित लाभ नहीं मिलने के पिछे इसका कारण उक्त योजना के मद में राशि के अभाव होना बताया जाता है. बीपीएल परिवार के सदस्यों का मानना है कि यह योजना केवल सुनने व सुनाने के लिए सरकार द्वारा घोषित है. स्थानीय स्तर पर मुखिया जी लोगों द्वारा गरीब परिवार के किसी सदस्य के निधन पर अपनी ओर से कुछ आर्थिक मदद तो अवश्य दी जाती है.
लेकिन योजना के तहत राशि मिलने में उन्हें कई माहों तक इंतजार करना पड़ता है. कई गरीब परिवार तो इंतजार करते-करते भी अब थक कर चुप बैठ गए है. उक्त योजना में राशि नहीं उपलब्ध रहने की मार गरीब परिवारों के साथ-साथ झेत्र के मुखिया लोगों को झेली पड़ रही है. अपने पंचायत के किसी गांव में निर्धन परिवार के घर किसी सदस्य के निधन पर जब मुखिया जी पहुंचते है तो उन्हें उस परिवार की आर्थिक मदद करना मानवता का प्रथम पाठ लगता है. वे अपने पॉकेट से आर्थिक मदद भी करते हैं.
वर्त्तमान वित्तीय वर्ष से नहीं मिली राशि: उक्त योजना मद में वित्तीय वर्ष 17-18 में अब तक कोई राशि के प्राप्त नहीं होंने की बात अधिकारियों द्वारा बतायी जाती है. अगर उक्त बात सत्य है, तो योजना को कितना गंभिरता से सरकार ले रही है. इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है.
अधिकारी बताते है कि वित्तीय वर्ष 16-17 में उक्त योजना के तहत प्रखंड को कुल एक लाख, सतरह हजार की राशि प्राप्त हुयी थी.13 पंचायतों वाले डेहरी प्रखंड के प्रत्येक पंचायतों में नव-नव हजार रूपय उक्त मद में भेज दिए गए है. एक परिवार को उक्त योजना के तीन हजार रुपया दिया जाता है. इस प्रकार उक्त राशि से पंचायत के तीन गरीब परिवारों को मदद पहुंचाया जा सकता है.
मुखिया जी ने लोगों को दिया सुझाव
पंचायत के मुखिया देवानंद सिंह, कलावती देवी, पुनम देवी, प्रेमलता देवी, प्रमोद सिंह आदि ने सरकार को सुझाव दिया कि गरीब परिवारों के हित में चलायी गयी उक्त महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने के लिए हर पंचायतों में समुचित राशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाये. मुखियाओं ने यह भी सुझाव दिया कि योजना में वर्त्तमान में एक परिवार को दी जाने वाली राशि को बढ़ाने की घोषणा कर सरकार सही मायने में गरीबों को लाभ पहुंचाने का प्रयास करे.
प्राप्त आवेदनों की स्थिति
विभिन्न पंचायतों के मुखियाओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखण्ड क्षेत्र में उक्त योजना के तहत सैकड़ो आवेदन प्राप्त हुए है. जून 2016 में पंचायत चुनाव के बाद नवनिर्वाचित मुखिया के शपथ ग्रहण के बाद से अब तक उक्त योजना के तहत प्रखंड के भैंसहां पंचायत में 28 आवेदन, भलुआड़ी में 87, चकन्हा में 83, पहलेजा में 33, गंगौली में 30, पतपुरा में 43 ,जमुहार में 33,दहाउर में 50, दरिहट में 50 व मझिआंव में 46 आवेदन प्राप्त हुए हैं. प्रखंड में 03 पंचायतों मथुरी, बेरकप व बरांव का डाटा उपलब्ध नहीं हो पाया . योजना मद में प्राप्त राशि से कुछ गरीब परिवारों को लाभ दिया गया है जबकि अधिकांश आवेदनों का निष्पादन राशि के अभाव में नहीं किया जा सका है.
कहते हैं अधिकारी
बीडीओ रामपुकार यादव कहते है कि उक्त योजना के मद में वित्तीय वर्ष 16-17 में प्राप्त राशि पंचायतों को भेज दी गयी है. उक्त माह में राशि प्राप्त होते ही पुन: पंचायतों को भेज दी जायेगी.
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