पियो चाहे जितना दम है, नये साल में शराब बंद है शराबबंदी की घोषणा के बाद गमजदा लोगों ने शराब दुकान का रुख किया पूर्णिया. सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 1 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्णत: शराब बंदी की घोषणा से जहां आम लोगों में हर्ष का माहौल है, वहीं शराब के शौकीनों के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं है. संयोग वश जब शराब बंदी की घोषणा हुई तो मद्यपान निषेध दिवस की वजह से जिले की शराब दुकानें बंद थी, लेकिन मुख्यमंत्री की यह घोषणा जंगल की आग की तरह चारों तरफ फैल गयी. उसके बाद तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं चौक-चौराहे पर सुनी जानी लगी जो शुक्रवार को वायरल की तरह पूरे शहर में व्याप्त रहा. खास बात यह है कि शुक्रवार को शराब दुकानों पर कुछ अधिक ही भीड़ नजर आयी. शायद गुरुवार की कसर पियक्कड़ पूरा करने की कोशिश में लगे हुए थे या फिर शराबबंदी की घोषणा के बाद गमजदा लोगों ने शराब के दुकान का रुख किया. दरअसल इसमें कुछ अजूबा भी नहीं है क्योंकि शराब ही ऐसी चीज है जो खुशी और गम दोनों मौके पर पी जाती है. एक शराब दुकान पर शराब खरीदने गये युवाओं के बीच दिलचस्प बातें भी हो रही थी. एक ने चिंतित होकर कहा ‘यार, अब आगे कैसे मिल कर बैठेंगे ‘.दूसरे ने पहले की चिंता को कम करने की कोशिश करते हुए कहा ‘ चिंता मत करो, हर समस्या का समाधान हो ही जाता है ‘. तीसरे ने कहा ‘अरे बिहार में नहीं मिलेगा, बंगाल में तो मिलेगा. इच्छा होगी तो पूरी हो जायेगी ‘. चौथे ने समस्या समाधान की कोशिश में कहा ‘ ऐसा करेंगे कि मार्च महीने में छह महीने का स्टॉक ही खरीद कर रख देंगे ‘. इसी बीच उन युवकों के बीच एक बुजुर्ग परिचित उपस्थित हुए और कहा ‘ पी लो चाहे जितना दम है, नये साल में शराब बंद है ‘. फोटो: 27 पूर्णिया 1परिचित-शराब दुकान पर शराब खरीदता ग्राहक.
BREAKING NEWS
पियो चाहे जितना दम है, नये साल में शराब बंद है
पियो चाहे जितना दम है, नये साल में शराब बंद है शराबबंदी की घोषणा के बाद गमजदा लोगों ने शराब दुकान का रुख किया पूर्णिया. सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 1 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्णत: शराब बंदी की घोषणा से जहां आम लोगों में हर्ष का माहौल है, वहीं शराब के शौकीनों […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement