पूर्णिया : उत्तरी बिहार के मेडिकल का हब लाइन बाजार में करीब 60 की संख्या में अल्ट्रासाउंड सेंटर एवं 500 के करीब पैथोलॉजी सेंटर संचालित हैं. इसमें मात्र 25 की संख्या में ही अल्ट्रासाउंड सेंटर को डिग्रीधारी डॉक्टर चलाते हैं. बाकी अल्ट्रासाउंड सेंटर को डॉक्टर का सहयोगी या बिना डिग्री वाले संचालित कर रहे हैं. अल्ट्रासाउंड की मशीन और जांच घर किसी डिग्री वाले डॉक्टर के नाम से निबंधित रहता है, लेकिन अंदर का माजरा कुछ और रहता है.
कई अल्ट्रासाउंड सेंटर के बाहर डिग्री वाले डॉक्टर का नाम का बोर्ड टांगा हुआ है, लेकिन डॉक्टर साहब का नाम महज दिखावा के लिए हैं. अल्ट्रासाउंड मशीन को डॉक्टर का सहयोगी द्वारा संचालित किया जाता है. अल्ट्रासाउंड कराने आये मरीज या उनके परिजनों को यह पता नहीं चल पाता है कि अल्ट्रासाउंड किसने किया. दिन भर की रिपोर्ट तैयार होती है और किसी समय धरती का भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर साहब अपने सेंटर पर आकर जमा की गयी रिपोर्ट पर दस्तखत कर देते हैं.
वे दिन भर की कमाई लेकर भी चले जाते हैं. कर्मियों द्वारा रिपोर्ट मरीज या उनके परिजनों को थमा दिया जाता है. बीमारी ठीक नहीं होने पर डॉक्टर पुन: अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह देते हैं. मरीज जब दूसरे अल्ट्रासाउंड सेंटर में जाकर जांच कराता है, तो पता चलता है कि पहले वाली रिपोर्ट गलत थी. घपलाबाजी सिर्फ अल्ट्रासाउंड सेंटर में ही नहीं है, बल्कि पैथोलॉजी में भी धड़ल्ले से चल रही है. शहर में आधा दर्जन से अधिक पैथोलॉजी एक ही डॉक्टर के नाम से चल रहा है. यह मसला गंभीर जांच का विषय है.
रिपोर्ट पर बस हस्ताक्षर डॉक्टर का
केस नंबर 01 : लाइन बाजार मेन रोड स्थित पटना एक्सरे एवं इमेजिंग सेंटर है, जिसका संचालन डा आरके दास करते हैं. सेंटर पर डॉक्टर हमेशा उपस्थित रहते हैं. मरीज का अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं और रिपोर्ट तैयार की जाती है. सेंटर में फीस का रेट टांगा हुआ है. सेंटर में सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी लगा हुआ है. मरीज या उनके परिजनों को बैठने के लिए जगह बनी हुई है और टीवी भी लगा हुआ है. कर्मियों ने कहा कि अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं और यदि डॉक्टर छुट्टी पर रहने पर अल्ट्रासाउंड को बंद कर दिया जाता है. दूसरे किसी भी डॉक्टर या व्यक्ति से अल्ट्रासाउंड नहीं किया जाता है.
केस नंबर – 02 : लाइन बाजार होप चौराहा के निकट पारिजात स्कैन सेंटर है. इसका संचालन डा राकेश शर्मा करते हैं. सेंटर पर डॉक्टर हमेशा उपलब्ध रहते हैं. मरीज को अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं और रिपोर्ट तैयार की जाती है. सेंटर में फीस का रेट लिस्ट टांगा हुआ मिला. सेंटर में सीसीटीवी लगा हुआ है. मरीज या उनके परिजनों को बैठने के लिए जगह बना हुआ है. रिसेप्शन में टीवी लगा हुआ है. कर्मियों ने कहा अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं. यदि डॉक्टर छुट्टी पर चले जाते हैं, तो अल्ट्रासाउंड का काम बंद रहता है.
केस नंबर – 03 : लाइन बाजार रामबाग रोड स्थित शकुंतला इमेजिंग सेंटर है. सेंटर का संचालन डा पीके चौधरी करते हैं. सेंटर पर डॉक्टर हमेशा उपस्थित रहते हैं. मरीज का अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं और रिपोर्ट तैयार करते हैं. सेंटर में फीस का रेट टांगा हुआ है. सेंटर में सीसीटीवी लगा हुआ है. मरीज या उनके परिजनों को बैठने के लिए जगह बनी हुई है. रिसेप्शन में टीवी लगी हुई है. कर्मियों ने बताया कि अल्ट्रासाउंड डॉक्टर स्वयं करते हैं. यदि डॉक्टर छुट्टी पर चले जाते हैं तो उनका पुत्र भी डॉक्टर है और उनके द्वारा अल्ट्रासाउंड किया जाता है.