बिहार सरकार के जेट और हेलीकॉप्टर खरीदने के फैसले पर राज्य में सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है. भाजपा जहां इसे गैर जरूरी खर्च बता रही है वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि कब तक जहाज के लिए किराये का भुगतान किया जाये. अब इस मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालन सिंह ने भी बयान दिया है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि जेट हवाई जहाज उतरने के लिए पूरे रनवे की जरूरत होती है. मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री का जेट प्लेन सबसे पहले रक्सौल हवाई अड्डे पर उतरेगा. वहां के लिए प्रधानमंत्री पैकेज की 250 करोड़ की राशि आज भी मुख्यमंत्री के हां का इंतजार कर रही है.
फेसबुक पोस्ट कर डॉ जायसवाल ने कहा कि अपना हवाई जहाज उतारने के लिए मुख्यमंत्री निश्चित तौर पर 121 एकड़ जमीन, जिसके पैसे भी केंद्र सरकार देने को तैयार है, का अधिग्रहण कर शीघ्र रक्सौल हवाई अड्डे का सपना साकार करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जेट हवाई जहाज खरीदने से बिहार में विकास को निश्चित रूप से जेट शक्ति प्राप्त होगी. बिहार के बहुत सारे हवाई अड्डे, केंद्र सरकार के उड़ान स्कीम में शामिल हैं, पर बिहार सरकार की उदासीनता के कारण हवाई अड्डा नहीं बन पा रहा है.
बिहार सरकार का जेट प्लेन जिस दिन नीतीश जी और तेजस्वी जी को लेकर रक्सौल हवाई अड्डे पर उतरेगा, उनका स्वागत मैं स्वयं करूंगा. चंपारण का यह ऐसा सपना है, जिस पर लगातार प्रयास करने के बावजूद भी मैं नीतीश जी से भूमि अधिग्रहण नहीं करा सका. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बार-बार पत्र लिखने का भी कोई लाभ रक्सौल को नहीं मिल सका. नीतीश कुमार की हर यात्रा चंपारण से शुरू होती है, पर केंद्र सरकार ने जो भी फोरलेन से लेकर हवाई अड्डे तक की राशि दी है, उसके लिए कुछ भी नीतीश जी मदद नहीं करते हैं.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने गुरुवार को ट्वीट कर भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने सुशील कुमार मोदी से कहा है कि वे विदेशी उड़ानों का रिकॉर्ड तोड़ने वाले पीएम मोदी से भी कुछ पूछ लें. ललन सिंह ने ट्वीट में लिखा है कि सुशील कुमार मोदी की प्रतिक्रिया देख कर घोर आश्चर्य हुआ. उनका स्वभाव ऐसा था नहीं, लगता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो भाजपा के लोगों की साजिश और षड्यंत्र के कारण एनडीए का साथ छोड़ दिया, उसी कुंठा में सुशील मोदी अनर्गल प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
लालन सिंह ने कहा कि कुछ कहने से पहले देश की जर्जर अर्थव्यवस्था का अध्ययन तो कर लें. प्रधानमंत्री के सपनों की उड़ान के लिए 8,458 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं और विदेशी उड़ानों पर 2021 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं. इस विषय पर सुशील मोदी चुप क्यों हैं ? वे विदेशी उड़ानों का रिकॉर्ड तोड़ने वाले पीएम मोदी से भी कुछ पूछ लें.