सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के बाला गांव में जहरीली शराब से तीसरे दिन तीन और लोगों की मौत हो गयी. जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़ कर अब 10 हो गयी है. मृतकों में 40 वर्षीय दुलम रावत की मौत पीएमसीएच तथा सुरेंद्र प्रसाद की मौत पटना जाने के दौरान रास्ते में हो गयी. वहीं, लछन देव राम ने लकड़ी नबीगंज पीएचसी में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. सुरेंद्र प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल सीवान व दुलम रावत के शव का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में किया गया. उधर, मद्य निषेध विभाग के आइजी अमृतराज और सारण क्षेत्र के डीआइजी विकास कुमार ने बाला गांव पहुंच कर घटना की जानकारी ली.
जांच के लिए रेफर किया गया था पटना
बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल में सोमवार को जब दुलम रावत और सुरेंद्र प्रसाद ने डॉक्टरों से दिखाई नहीं देने की शिकायत की, तो डॉ एमए अकबर ने उनकी आंखों की जांच की. उन्होंने बताया कि दोनों व्यक्तियों के आंखों की रोशनी ड्रॉप कर रही है. उन्होंने दोनों मरीजों की वीइपी जांच के लिए आइजीएमएस पटना रेफर कर दिया.
तीन लोगों को अस्पताल से दी गयी थी छुट्टी
सोमवार की देर शाम एक-एक कर के दोनों मरीजों को पटना भेजा गया. जहां दुलम रावत की पीएमसीएच में पहुंच कर मौत हो गयी, जबकि सुरेंद्र प्रसाद की मौत पटना जाने के दौरान रास्ते में ही हो गयी. इधर, सोमवार की रात में सदर अस्पताल में स्वास्थ्य में सुधार होने पर अस्पताल प्रशासन ने जितेंद्र मांझी, शंकर मांझी व लोरिक मांझी को अस्पताल से छुट्टी दे दी.
जिला प्रशासन ने अस्पताल से छुट्टी मिले लोगों को पुनः भर्ती कराया
जहरीली शराब से अब तीन अन्य लोगों की मौत हो जाने के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर जिन तीन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी. उन्हें पुनः सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया. वहीं, मुन्ना मांझी व नीरज रावत को सीवान से पीएमसीएच रेफर किया गया है.