Bihar Covid Guidelines live : बिहार में कोरोना के गहराये संकट के बीच सरकार ने यह फैसला लिया है कि आगामी 6 फरवरी तक सूबे में वो सभी पाबंदिया जारी रहेगी जो 6 जनवरी से 21जनवरी तक के लिए लागू किया गया था.
नये गाइडलाइन के मुताबिक छह फरवरी तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, प्रशिक्षण संस्थान, कोचिंग सेंटर और छात्रावास समेत अन्य को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में पचास फीसदी की मौजूदगी होगी. स्कूल, कालेज और छात्रावासों के कार्यालय 50 फीसदी उपस्थिति के साथ खोले जायेंगे. साथ ही सभी स्कूल-कॉलेज समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन क्लास संचालित करने की छूट दी गयी है. मेडिकल कालेज, इनसे जुड़े प्रशिक्षण संस्थान और उनके छात्रावास खुले रहेंगे.
सीएम ने राज्यवासियों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की और सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों को पालन करने को कहा. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की गुरुवार को हुई बैठक में आला अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति पर गहन विचार विमर्श किया. गृह विभाग द्वारा जारी नया गाइडलाइन के मुताबिक छह फरवरी तक सभी स्कूल, कोचिंग और कालेज को बंद करने संबंधी छह जनवरी के आदेश को लागू रखने के निर्णय लिया गया है.
बिहार में कोरोना की तीसरी लहर कमजोर पड़ रही है. प्रदेश में लगातार तीसरे दिन कोरोना से मुक्त होने वालों की संख्या संक्रमितों से अधिक है. पिछले 24 घंटों के दौरान 3475 नये कोरोना संक्रमित पाये गये हैं जबकि इस दौरान 7277 संक्रमित स्वस्थ हो गये हैं. वहीं कोरोना के मामले कम होने के बाद भी सरकार ने सूबे में लागू पाबंदियों को जारी रखने का फैसला लिया है.
कोरोनाकाल में बिहार के 2246 बच्चों ने अपने अभिभावक खो दिये. इसमें 65 बच्चों के माता-पिता दोनों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है. पटना और गया जिले में सात-सात बच्चों के माता-पिता का साया छीन गया है. पटना जिले के बच्चों को कोरोना ने सबसे अधिक बेसहारा किया है, यहां 155 बच्चों के माता-पिता में से एक कोरोना के शिकार हुए हैं.
पूरे राज्य में अब 6 फरवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाये गये हैं. इसके तहत रात्रि के 10 बजे से सुबह छह बजे तक लोगों का चलना फिरना प्रतिबंधित रहेगा. बता दें कि 6 जनवरी से रात्रि कर्फ्यू प्रदेश में पहले से लागू है. इसे अब 6 फरवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है. सभी दुकानों को 8 बजे के बाद बंद करना होगा. वहीं जनता दरबार भी अभी बंद रहेगा.
- सभी सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय 50 प्रतिशत उपस्थित के साथ खुलेंगे. किसी भी बाहरी व्यक्ति के कार्यालय में प्रवेश वर्जित रहेगा.
- रेस्टोरेंट/ ढाबे आदि 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे.
- शादी विवाह में अधिकतम 50 व्यक्ति तथा अंतिम संस्कार में 20 व्यक्ति की अनुमति होगी.
- सभी राजनीतिक/ सामुदायिक/ सांस्कृतिक सार्वजनिक आयोजनों में अधिकतम 50 व्यक्ति की अनुमति होगी. परंतु इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी.
- शॉपिंग मॉल पूर्णतः बन्द रहेंगे.
बिहार में मंदिरों और मॉल को लेकर भी फैसला होना है. पहले की तरह सख्तियां लागू रहेगी या इसमें कोई नरमी दी जाएगी ये आज तय हो जाएगा. हालांकि जानकारी ऐसी आ रही है कि सरकार कुछ भी लापरवाही नहीं चाह रही है.
13 जिलों में 100 से अधिक नये संक्रमित मिले हैं. इनमें पटना के अलावा समस्तीपुर में 296, पूर्णिया में 218, भागलपुर में 214, कटिहार में 157, मधेपुरा में 142, दरभंगा व मुजफ्फरपुर में 136-136, बेगूसराय में 133, मुंगेर में 101, सारण में 126, नालंदा में 122 और पश्चिम चंपारण में 106 नये संक्रमित पाये गये हैं
मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि आपदा प्रबंधन समूह की बुधवार को भी बैठक आयोजित की गयी थी. इसमें कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया. उन्होंने बताया कि गुरुवार को एक बार फिर आपदा प्रबंधन समूह की बैठक होगी, जिसमें आगे का निर्णय लिया जायेगा, चार जनवरी से लागू प्रतिबंध की समय सीमा 21 जनवरी को समाप्त हो रही है..
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भले थम गयी है, पर प्रतिबंधों को 31 जनवरी तक बढ़ाया जायेगा. यानी स्कूल-कॉलेजों में कक्षाएं नहीं चलेंगी और मॉल, पार्क व सिनेमा हॉल भी 31 जनवरी तक बंद रहेंगे. इस संबंध में गुरुवार को आपदा प्रबंधन समूह की होने वाली बैठक में अंतिम फैसला होगा.
डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम रेणु देवी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, शिक्षा मन्त्री विजय कुमार चौधरी समेत कई अन्य चेहरे आज बैठक में शामिल रहेंगे. सीएम नीतीश कुमार इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे कि शनिवार से सूबे में क्या गाइडलाइन्स जारी होंगे.
बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे तो सरकार ने 21 जनवरी तक के लिए नाइट कर्फ्यू समेत कई अन्य पाबंदियों को लागू किया था. आज गुरुवार को आपदा प्रबंधन समूह (CMG) की बैठक होने जा रही है जिसमें तमाम मुद्दों पर विचार किया जाएगा और आगे के लिए नियम बनेंगे.
बिहार में कोरोना संकट अभी गहराया हुआ है. इस बीच सरकार अब यह फैसला आज लेने वाली है कि आगे सूबे में पाबंदियों को और अधिक बढ़ाया जाएगा या फिर सख्तियों में थोड़ी ढ़ील दी जाएगी. सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन समूह (CMG) की बैठक होने वाली है. जिसमें 21 जनवरी के बाद प्रदेश भर में लागू होने वाले गाइडलाइन्स पर फैसला लिया जाएगा.