पटना में यूरिया की कालाबाजारी को रोकने के लिए जून से लेकर अब तक 250 से अधिक छापेमारी हो चुकी है. यह छापेमारी उर्वरक विक्रेताओं के यहां हुई है. इसमें जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा अनुमंडल स्तर पर टीमों का गठन कर 246 छापेमारी हुई है. वहीं अन्य छापेमारी डीएम द्वारा गठित टीम ने की है. इन तमाम छापेमारी में 11 दुकानों का लाइसेंस रद्द किया जा चुका है.
वहीं दो उर्वरक विक्रेताओं पर एफआइआर दर्ज की गयी है. पटना के जिला कृषि पदाधिकारी विभु विद्यार्थी ने बताया कि जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है फिर भी कालाबाजारी की शिकायतें आती रहती है, ऐसे में कालाबाजारी को रोकने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. यह छापेमारी अभी अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी. उन्होंने बताया कि छापेमारी में मसौढ़ी के एक और विक्रम के एक उर्वरक विक्रेता पर एफआइआर दर्ज की गयी है.
पटना जिले को इस सीजन में 30 सितंबर तक 41,500 एमटी यूरिया की जरूरत थी. इसमें से शनिवार तक जिले को 35,552 एमटी यूरिया मिल चुकी है. वहीं इस सप्ताह पांच हजार एमटी यूरिया मिल जायेगी. यूरिया की नयी खेप आने के बाद इस माह यूरिया की किल्लत नहीं होगी.
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जिले में धान की रोपनी 94 प्रतिशत तक हो चुकी है. ऐसे में पिछले कुछ दिनों तक धान की फसल को लेकर जो चिंता जतायी जा रही थी वह दूर हो चुकी है. जिला कृषि कार्यालय ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार सप्ताह में दो से तीन दिन बारिश हो रही है, इसका फायदा धान को हो रहा है. धान की स्थिति जिले में अच्छी है.