संवाददाता, पटना : शास्त्रीनगर थाने के राजवंशी नगर स्थित जल पर्षद कार्यालय के पास में पांच, दिसंबर 2018 को पटना हाइकोर्ट के अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा (55 वर्ष) की हुई हत्या के आरोपित पनसुजित कुमार उर्फ मिथुन कुमार को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. वह मुजफ्फरपुर के नगर थाने के बनारस बैंक चौक के यदुपति लेन का रहने वाला है. उसे मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना इलाके से एसटीएफ ने पकड़ा. गिरफ्तार पनसुजित कुमार अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा का अपना साला है और हत्या के समय से फरार था. वह अहियापुर इलाके में अपनी पहचान छिपा कर रह रहा था. एसटीएफ ने जब इसे पकड़ा, तो इसने अपना नाम कुछ और बताया. लेकिन बाद में उसने स्वीकार कर लिया कि वह पनसुजित ही है. एसटीएफ उसे लेकर पटना आ गयी है और शास्त्रीनगर पुलिस के हवाले कर दिया है. जमीन व मकान के विवाद में हुई थी हत्या : अधिवक्ता की हत्या के पीछे का कारण 20 करोड़ रुपये कीमत की जमीन व मकान का विवाद था. जितेंद्र शर्मा खगौल के मोती चौक इलाके में रहते थे. हालांकि, हत्या के कुछ दिन पहले से अपने बड़े भाई राजकुमार शर्मा के मजिस्ट्रेट कॉलोनी स्थित घर में रह रहे थे. पांच दिसंबर, 2018 को वह पटना हाइकोर्ट की ओर आ रहे थे. इसी दौरान राजवंशी नगर में कुछ लोगाें ने उन्हें गोली मार दी थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया था. इसके बाद डॉ राजकुमार शर्मा के बयान के आधार पर अधिवक्ता जितेंद्र कुमार की पत्नी नीतू सिंह, साला पनसुचित कुमार उर्फ मिथुन, लक्ष्मी देवी, ससुर कृष्णा सिंह, खगौल के नगर पार्षद रितेश कुमार, उसके भाई रूपेश कुमार, राकेश उर्फ बबलू , सुप्रिया देवी व जमीन का एग्रीमेंट कराने वाले ताजउद्दीन को नामजद आरोपित बनाते हुए शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इन लोगाें पर संपत्ति हड़पने के लिए अधिवक्ता की हत्या में शामिल होने का आरोप था. जनवरी माह में गिरफ्तार किये गये थे सास व ससुर : इस मामले ससुर कृष्णा सिंह व सास लक्ष्मी देवी को शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने इसी साल जनवरी माह में शिवहर के तरियानी, छपरा वार्ड नंबर चार स्थित घर से गिरफ्तार किया था. अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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