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50 रुपये महंगा हुआ शहर में केबल देखना
पटना : राजधानी के केबल ऑपरेटरों ने अपने मासिक शुल्क में 50 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी है. यह बढ़ोतरी राज्य सरकार द्वारा मनोरंजन कर में वृद्धि के बाद की गयी है. बढ़ा हुआ शुल्क अप्रैल माह से प्रभावी है. पटना में 150 से अधिक केबल ऑपरेटर हैं, जो केबल द्वारा टीवी चैनलों का […]
पटना : राजधानी के केबल ऑपरेटरों ने अपने मासिक शुल्क में 50 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी है. यह बढ़ोतरी राज्य सरकार द्वारा मनोरंजन कर में वृद्धि के बाद की गयी है. बढ़ा हुआ शुल्क अप्रैल माह से प्रभावी है. पटना में 150 से अधिक केबल ऑपरेटर हैं, जो केबल द्वारा टीवी चैनलों का प्रसारण करते हैं. मिली जानकारी के अनुसार बढ़ोतरी के संबंध में जिला प्रशासन से सहमति नहीं ली गयी है. केबल ऑपरेटर शहर में फिलहाल तीन तरह के पैकेज चला रहे हैं.
बेसिक पैकेज, जो पहले 180 रुपये था, उसे बढ़ा कर 230 रुपये प्रति माह कर दिया गया है. वहीं गोल्डेन पैकेज भी 220 रुपये से बढ़ कर 270 रुपये तथा प्लेटिनम पैकेज 300 रुपये प्रति माह से बढ़ा कर 350 रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा भी कुछ अन्य पैकेज केबल आॅपरेटर अपने ग्राहकों को मुहैया करा रहे हैं.
केबल ऑपरेटरों का कहना है कि मासिक शुल्क में बढ़ोतरी हमारी मजबूरी है, क्योंकि सरकार ने मनोरंजन शुल्क को दिसंबर माह से 35 रुपये बढ़ा दिया है. दिसंबर से पूर्व मनोरंजन शुल्क 15 रुपये था, जिसे बढ़ा कर 50 रुपये कर दिया गया है. इधर शुल्क बढ़ोतरी को लेकर ग्राहकों में काफी आक्रोश है. अब भी बहुत से ग्राहक बढ़ा हुआ शुल्क देने से इनकार कर रहे हैं. ग्राहकों का कहना है कि केबल ऑपरेटर मनमानी पर उतर आये हैं.
लाखों का नुकसान
बिहार केबल आॅपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुमार निलेश का कहना है कि सरकार केबल ऑपरेटरों के साथ दोहरी नीति अपना रही है. सरकार डीटीएच या अन्य सेट टॉप बाॅक्स पर कोई कर नहीं वसूल रही है, जबकि केबल ऑपरेटरों से मनोरंजन कर के नाम पर 50 रुपये प्रति ग्राहक वसूल रही है.
इधर जानकारी के अनुसार बड़े केबल आॅपरेटरों को छोड़ कर अन्य केबल आॅपरेटर सही मनोरंजन कर का भुगतान वाणिज्य कर विभाग को नहीं कर रहे हैं. इससे विभाग को हर माह लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है.
मसालों के भाव में आयी 100 रुपये तक की कमी
पटना. मसाले के खुदरा भाव में पिछले दो माह में 100 रुपये प्रति किलो तक की गिरावट आयी है. इससे गृहणियों ने राहत की सांस ली है.
मसाले के भाव में कमी का मुख्य
कारण इस वर्ष अच्छी पैदावार होना माना जा रहा है. कारोबारियों की मानें, तो आने वाले दिनों में मसाले के भाव में कुछ और कमी आ सकती है.
लाल मिर्च फरवरी माह में 180 रुपये प्रति किलो था, वह आज 120 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गया है. काली मिर्च 900 रुपये प्रति किलो से घट कर 800 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. इसी तरह हल्दी का भाव 150 रुपये प्रति किलो से घट कर 125 रुपये किलो हो गया है. वहीं धनिया 120 रुपये प्रति किलो से घट कर 100 रुपये प्रति किलो पर आ गया है. लहसुन 90 रुपये से घट कर 60 रुपये किलो बिक रहा है. जीरा का भाव 280 रुपये किलो है, जो फरवरी माह में भी 280 रुपये प्रति किलो था.
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