Advertisement
नाव हादसा : पटना के 11 की मौत
मृतकों में नौ थे महेंद्रू इलाके के पूरे इलाके में पसरा मातम, मुहल्ले की हर आंख गमजदा पटना : मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित पतंग उत्सव के दौरान नाव हादसे के शिकार हुए 24 लोगों में से पटना शहर के 11 लोग शामिल हैं. इनमें भी सबसे अधिक नौ मौत शहर के महेंद्रू इलाके […]
मृतकों में नौ थे महेंद्रू इलाके के
पूरे इलाके में पसरा मातम, मुहल्ले की हर आंख गमजदा
पटना : मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित पतंग उत्सव के दौरान नाव हादसे के शिकार हुए 24 लोगों में से पटना शहर के 11 लोग शामिल हैं. इनमें भी सबसे अधिक नौ मौत शहर के महेंद्रू इलाके से हुई है.
क्षेत्र के गुलबी व घघा घाट की संकरी गलियों के नौ लोगों की मौत से हर तरफ मातम पसरा है. दो अन्य लोगों में एक चौक शिकारपुर पटना सिटी के, जबकि दूसरे कंकड़बाग के मुन्नाचक के रहनेवाले थे. हादसे के बाद रविवार को क्षेत्र के आधे किलोमीटर के रेडियस के कई घरों में रोने और चीखने की आवाजें आ रही हैं. जिन घरों में हादसे के शिकार नहीं थे, वे भी गमजदा हैं. हर किसी के चेहरे पर दुख और अपनों के खोने का गम दिख रहा था. मुहल्ले के चौक-चौराहों पर खड़े लोग प्रशासन को कोस रहे थे. हादसे के बाद लोगों के जेहन में बस यही मलाल था कि वो नहीं जाता, तो जान बच जाती. आम लोग इस घटना पर सीधे प्रशासन को ही दोषी मान रहे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें बुलाकर मार दिया. जब को सुरक्षा की व्यवस्था नहीं थी, तो इतना बड़ा आयोजन ही नहीं करना था.
महेंद्रू के एक ही परिवार की चार औरतों की मौत हो गयी है. दियारा में पर्व के मौके इस परिवार के कई लोग गये थे. इसमें आरती कुमारी, अनुष्का, अंजलि और अर्पिता की मौत नाव डूबने से हो गयी. इसके अलावा महेंद्रू के माता खुदी लेन के 16 वर्षीय राज की मौत हुई है. इसके बाद महेंद्रू के चौरसिया लॉज के पास के 10 वर्षीय नीरज कुमार, गोलकपुर के मेढू साव, महेंद्रू के गुलबी घाट के दीपक और एक ही परिवार की दो महिला शांति देवी और रूपा की मौत हो गयी है. माता खुदी लेन की ही 12 वर्षीय नैन्सी की हादसे में मौत हो गयी है.
पटना. नाव हादसे के दौरान काल के गाल में समाये 24 लोगों का शव एक-एक कर पोस्टमार्टम हाउस पहुंच रहा था. शवों का शिनाख्त होने के साथ ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा था. रविवार सुबह चार बजे से दोपहर एक बजे तक यानी कुल नौ घंटों में 24 शवों का पोस्टमार्टम किया गया. शनिवार को सुबह सात बजे तक 20 शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे, जबकि चार शव रविवार को सुबह आठ बजे लाये गये. इनका पोस्टमार्टम दोपहर एक बजे के बाद किया गया.
शव फेंकने पर हुआ हंगामा : पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब वहां के कर्मचारियों ने शव को जैसे तैसे हालत में फेंकना शुरू कर दिया. शव को अपने साथ ले जाने पहुंचे लोगों को जब यह दृश्य बरदाश्त नहीं हुआ, तो वे पोस्टमार्टम हाउस के सामने ही हंगामा करने लगे. बढ़ते हंगामे के बीच वहां सैप और पुलिस के जवान जुट गये. जवानों ने समझा बुझा कर मामला शांत कराया. उधर, पोस्टमार्टम हाउस के डॉक्टरों ने जब आदेश जारी किया, तो शव को अच्छे तरीके से रखना शुरू किया गया.
घायल मरीजों को किया गया डिस्चार्ज : हादसे के दौरान घायल मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. वहीं, गंभीर हालत में भरती डेढ़ साल की रूही कुमारी का इलाज बच्चा वार्ड में चल रहा है. डिस्चार्ज होनेवाले मरीजों में मंजू देवी, पिंकी कुमारी, मो इमरान, रूही कुमारी, नीलम, सीमा कुमारी को डिस्चार्ज किया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement