पटना : सत्तापक्ष और विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को लेकर आज तीसरे दिन भी बिहार विधान परिषद में हंगामा एवं नारेबाजी जारी रखने पर सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बिहार विधान परिषद की आज कार्यवाही शुरू होने पर सत्ताधारी दल राजद के सदस्यों ने अपने हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए गत 28 नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग को लेकर सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने लगे.
वहीं, विपक्षी सदस्य रजनीश कुमार के अपने सीट से खड़े होकर राज्य में विधि व्यवस्था चरमरा जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के पैतृक जिला नालंदा के नूरसराय थाना क्षेत्र में एक मुखिया सहित दो की हत्या का मामला कार्यस्थगन प्रस्ताव के माध्यम उठाते हुए इस विषय पर सदन में पहले चर्चा कराए जाने की मांग की. उनके समर्थन में भाजपा के अन्य सदस्य भी अपनी सीट से खड़े हो गयेऔर उक्त आशय की मांग करने लगे.
सत्तापक्ष और विपक्ष के शोरशराबे, हंगामे और नारेबाजी के बीच ही सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 के बजट प्राक्कलन के संदर्भ में द्वितीय तिमाही में प्राप्ति एवं व्यय के रुझान की एक प्रति सदन के मेज पर रखे जाने के साथ सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कुछ अन्य विधायी कार्यों को पूरा किया.
सत्तापक्ष और विपक्ष द्वारा फिर भी शोरशराबा, हंगामा और नारेबाजी जारी रखे जाने पर सभापति ने सदन की आगे की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलने देने के लिए दोनों पक्षों को अपनी-अपनी सीट पर बैठने के आग्रह किया. जिसे उनके द्वारा अनसुनी किए जाने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही अपराहन ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
बिहार विधान परिषद के भोजनावकाश के पूर्व की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मौजूद थे. भोजनावकाश के बाद भी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया और इस बार राजद के साथ सत्तापक्ष के अन्य घटक दल जदयू और कांग्रेस के सदस्य अपनी उक्त मांग को लेकर सदन के बीच में आकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. जबकि भाजपा सदस्य अपनी मांग को लेकर अपनी-अपनी सीटों पर खड़े होकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे. राजद सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
सत्तापक्ष और विपक्ष के शोरशराबा और नारेबाजी के बीच ही प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी के बिहार मोटर वाहन करारोपण (संशोधन) विधेयक 2016, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2016 और बिहार राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2016 को सदन की मेज पर रखे जाने पर ध्वनिमत से पारित कर दिया गया.
सभापति ने कुछ आवश्यक विधायी कार्यों को संपन्न करने के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी. बिहार विधान परिषद सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपनी सीट से खड़े होकर सभापति से मांग की कि विपक्ष की ओर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए जब तक प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी माफी नहीं मांगते सदन की कार्यवाही सामान्य नहीं हो पाएगी.
उल्लेखनीय है कि गत 28 नवंबर को विपक्षी सदस्यों द्वारा सदन के भीतर लगाए गये नारे को आपत्तिजनक बताते हुए राबड़ी सुशील से माफी मांगने की मांग कर रही हैं.