मनेर : थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में सोमवार को दहेजलोभियों ने 28 वर्षीया विवाहिता की गला दबा कर हत्या कर दी. उसके बाद परिवार वाले विवाहिता के शव को पास के खलिहान में फेंक कर भाग गये. सूचना पर पहुंची मनेर व बिहटा पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर भेज दिया. वहीं, मनेर व बिहटा की पुलिस सीमा क्षेत्र को लेकर घंटों आपस में उलझी रही. बताया जाता है कि छितनावां, बगीचा गांव निवासी राम अवतार राय की पुत्री सीमा देवी (28 वर्ष) की शादी सात साल पहले मनेर नारायणपुर गांव निवासी मिश्री राय के पुत्र धर्मेंद्र राय (30 वर्ष) के साथ रीति-रिवाज से हुई थी.
शादी के चार महीने बाद से ही ससुराल वाले विवाहिता को दहेज में दो लाख नकद मायके से लाने के लिए प्रताड़ित करने लगे. इसकी जानकारी विवाहिता ने कई बार मायकेवालों को दी थी. मायके वाले किसी तरह मामले को सलटाते रहें. इसी बीच विवाहिता को एक बेटा व एक बेटी भी हुई. उसके बाद ससुरालवालों नेे विवाहिता को घर से भगा दिया. विवाहिता अपने बच्चों के साथ चार महीने तक मायके में भी रही. लेकिन तीन दिन पहले पति धर्मेंद्र ने मामले को रफा-दफा करते हुए पत्नी की विदाई करा कर अपने घर लाया था. जिसके बाद ससुराल वालों ने विवाहिता की उसके बच्चों के सामने ही गला दबा कर हत्या कर दी.
घंटों सीमा विवाद में ही फंसी रही मनेर और बिहटा पुलिस : हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद पति व ससुराल वाले मृतका के शव को ठिकाना लगाने की नीयत से पास के एक खलिहान में फेंक कर भाग गये, जब सुबह गांव के लोगों ने शव को देखा, तो इसकी जानकारी मृतका के मायकेवाले को दी. सूचना मिलने पर पहुंचे मायकेवालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. मायकेवाले ने देखा कि बच्चे घर के बाहर है और सभी लोग घर बंद कर फरार हैं.
सूचना के बाद पहुंची मनेर व बिहटा पुलिस घंटों सीमा विवाद में ही फंसी रही. उसके बाद शव को मनेर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए दानापुर भेज दिया. इस घटना को लेकर मृतका के परिजनों में कोहराम मचा रहा. मामले में मृतका के पिता ने मनेर थाने में लिखित आवेदन देकर पति धर्मेंद्र समेत करीब आधा दर्जन लोगों को नामजद बनाया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष एकरामुल हक ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.