पटना : मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिवस पर प्रदेश में आयोजित होने वाली शिक्षा दिवस के मुख्य समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये करेंगे. इसकी तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री नौ नवंबर से ही निश्चय यात्रा पर निकल रहे हैं. पश्चिम चंपारण से निश्चय यात्रा शुरू करने के बाद वे 11 नवंबर को मुजफ्फरपुर में रहेंगे. यहां वे सात निश्चय के जमीन पर उतरे कामों को देखेंगे, चेतना सभा को संबोधित करेंगे और अधिकारियों के साथ योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे.
इसी दौरान मुख्यमंत्री पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित होने वाले शिक्षा दिवस के मुख्य समारोह का भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन करेंगे. मुख्यमंत्री के उद्घाटन करने और संदेश देने के बाद शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी समेत सरकार व विभाग के पदाधिकारी कार्यक्रम को आगे बढ़ायेंगे. इससे पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2011 में सेवा यात्रा के दौरान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शिक्षा दिवस समारोह का उद्घाटन किया था और संदेश दिया था. इसके बाद तत्कालीन विभागीय मंत्री व पदाधिकारियों ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया था.
विभागीय सूत्रों की माने 2011 की सेवा यात्रा की तर्ज पर ही मुख्यमंत्री के निश्चय यात्रा में रहते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ही इसका उद्घाटन करने की संभावना है. इस पर छठ महापर्व के बाद सारे कार्यक्रम तय कर दिया जायेंगे. इधर, शिक्षा विभाग शिक्षा दिवस की अंतिम रूप से तैयारी कर रहा है. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, एएन. सिन्हा इंस्टीट्यूट और एससीइआरटी में समारोह का आयोजन किया जायेगा. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में उद्घाटन समारोह के साथ-साथ कॉरिडोर में स्कूली बच्चों की ओर से बनायी गयी पेंटिंग की प्रदर्शनी लगायी जायेगी और लिखे गये कविता-निबंध भी लगाये जायेंगे. वहीं, सृजनात्मकता और गांधी के वाहक विषय पर भी कार्यक्रम होंगे. वहीं, इस बार शायर व गीतकार गुलजार और लेखक चेतन भगत को भी समारोह में बुलाया जा रहा है.
तीन थीमों पर आयोजित हो रहा शिक्षा दिवस
11-12 नवंबर को चलने वाला शिक्षा दिवस इस साल तीन थीम पर आयोजित किया जायेगा. विज्ञान, सृजनात्मकता और गांधी के वाहक थीम पर शिक्षा दिवस का आयोजन किया गया है. साइंस थीम पर एससीइआरटी में कार्यक्रम होंगे. इसमें स्कूली बच्चे भाग लेंगे. गांधी के वाहक में साक्षरताकर्मी भाग लेंगे और यह समारोह ए. एन. सिन्हा इंस्टीट्यूट में होगा. वहीं, सृजनात्मकता का आयोजन बिहार शिक्षा परियोजना करेगा. समारोह में करीब 1400 बच्चे और 600 शिक्षक शामिल होंगे. प्रदेश के दूसरे जिलों से आने वाले बच्चों के रहने के लिए बांकीपुर गर्ल्स हाइ स्कूल में की गयी है.