पटना सिटी : अनुमंडल में अगलगी की आधा दर्जन से अधिक घटनाएं दो दिनों में हुई. इसमें अनुमान के मुताबिक पांच लाख रुपये से अधिक की संपत्ति जल कर राख हो गयी. हालांकि, फायर कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया.
फायर कर्मियों ने बताया कि अगलगी की पहली घटना शनिवार की मध्य रात लगभग ढाई बजे दीदारगंज थाना क्षेत्र के उपरि सेतु के पूर्वी छोर पर स्थित खल्ली चोकर की फैक्टरी में हुई, जहां हजारों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा. सूचना पर मौके पर पहुंची फायर यूनिट ने आग को बुझाया.
रविवार की दोपहर अगलगी की घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान गोलंबर के पास कूड़े- कचरे के ढेर में हुई. यहां पर चार गाड़ियों से आग पर काबू पाया गया. रविवार की रात ही खाजेकलां थाना क्षेत्र के सदर गली स्थित मो आफताब की प्लास्टिक फैक्टरी में आग लग गयी. जिसमें लगभग 50 हजार रुपये का कचरा जल गया. हालांकि, अगलगी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है.
फायर कर्मियों की मानें, तो शॉर्ट सर्किट से घटना घटी है. अगमकुआं थाना क्षेत्र के पटना-मसौढ़ी मोड के पास स्थित लकड़ी की दुकान में आग लग गयी. यहां भी 50 हजार रुपये से अधिक की संपित्त जल कर राख हो गयी, जबकि सोमवार की सुबह आलमगंज थाना क्षेत्र के महाराजगंज स्थित सिद्धनाथ प्रसाद के मकान में आग लग गयी. जिसमें 50 हजार के पलंग व अन्य सामान्य जल गये. हालांकि, राहत की बात रही
कि अगलगी की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
पटना सिटी. बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर झोंपड़पट्टी में 28 अक्तूबर की रात लगी आग में मृत महिला सोनी देवी के पति चंदन को चार लाख रुपये का चेक प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया गया. एसडीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि मृत महिला के पति को चेक सौंपा गया है, जबकि अग्निकांड में पीड़ित 102 परिवारों की सूची बनायी गयी थी. सूची के आधार पर सभी पीड़ित परिवार में पुनर्वास के लिए 9800 रुपये की नकद राशि पीड़ितों को प्रदान की गयी. साथ ही रेडक्राॅस सोसाइटी की ओर से पीड़ितों में अनाज व बरतन मुहैया कराया गया है. बताते चले कि अगलगी की घटना में लगभग 150 झोंपड़ियां जल गयी हैं. अगले दिन पीड़ित परिवार के बीच प्रशासन की ओर से राहत व पुनर्वास की व्यवस्था नहीं किये जाने पर आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा मचाया. लोगों ने सामग्री व पुनर्वास के साथ पक्का मकान उपलब्ध कराने की मांग की.