पटना : बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने शराबबंदी के नाम पर वाहन मालिकों एवं चालकों को प्रताडित करने के विरोध में गांधी जयंती के दिन अपने एक दिवसीय हडताल को स्थगित कर दिया है. बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के साथ एसोसिएशन की संपन्न एक बैठक के बाद उक्त आशय का निर्णय लिया गया. उन्होंने बताया कि वार्ता के दौरान सदन अध्यक्ष ने फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सभी जिला को पत्र भेजा गया है कि बस, ट्रक और ॲाटो रिक्शा के मालिक, चालक और खलासी को अनावश्यक परेशान नहीं किया जाये.
सिंह ने कहा कि ट्रांसपोटर्स शराबबंदी का समर्थन करते हैं और पूर्ण शराबबंदी के पक्ष में सभी वाणिज्यिक वाहनों पर शराब के विरुद्ध पोस्टर चिपकाया जाएगा. वाहन पर सवार अन्य लोगों के पास से शराब बरामद होने पर करीब एक दर्जन वाहन मालिकों, चालकों और खलासियों को गिरफ्तार किए जाने से आक्रोशित बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने गत 22 अगस्त को आगामी 2 अक्तूबर को एक दिवसीय हडताल पर जाने का निर्णय लिया था. फेडरेशन ने दावा किया था कि करीब चार दर्जन बस और ट्रक को इस आधार पर विभिन्न थानों में जब्त कर रखा गया है. फेडरेशन प्रमुख ने कहा था कि इसके विरोध में 1.25 लाख ट्रक मालिक, 40 हजार बस मालिक, उनके कर्मचारी, चार पहिए वाले 25 हजार मालवाहक और करीब एक लाख ॲाटो रिक्शा मालिक आगामी दो अक्तूबर को सड़कों पर अपने वाहन नहीं उतरेंगे. सिंह ने शराबबंदी के नाम पर वाणिज्यिक वाहनों के मालिकों को प्रताड़ित किए जाने के मामलों में कमी आने की बात स्वीकार की है.