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अब हर प्रमंडल में खोला जायेगा कीमोथेरेपी सेंटर
गुड न्यूज : कैंसर मरीजों काे मुख्यालय के एक अस्पताल में मिलेगी सुविधा पटना : आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, महावीर कैंसर संस्थान के बाद अब जिला अस्पतालों में भी कैंसर का इलाज हो सकेगा. इससे कैंसर मरीजों को राजधानी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. दरअसल नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत प्रदेश के हर प्रमंडल के एक […]
गुड न्यूज : कैंसर मरीजों काे मुख्यालय के एक अस्पताल में मिलेगी सुविधा
पटना : आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, महावीर कैंसर संस्थान के बाद अब जिला अस्पतालों में भी कैंसर का इलाज हो सकेगा. इससे कैंसर मरीजों को राजधानी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. दरअसल नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत प्रदेश के हर प्रमंडल के एक अस्पताल में कीमोथेरेपी सेंटर खोला जायेगा. नेशनल रूरल हेल्थ मिशन की ओर से बिहार स्वास्थ्य विभाग को इस योजना की जानकारी दे दी गयी है.
पटना के बाद दिल्ली में ट्रेनिंग लेंगे डॉक्टर
कैंसर मरीजों को सही से कीमोथेरेपी की जाये, इसके लिए पटना के महावीर कैंसर संस्थान, आइजीआइएमएस और पीएमसीएच में ट्रेनिंग दी जानी है. यहां से ट्रेनिंग खत्म होने के बाद चयनित डॉक्टरों को दिल्ली में अंतिम रूप से ट्रेनिंग दी जायेगी. कुल 14 चयनित डॉक्टरों को दिल्ली एम्स में कीमोथैरेपी की ट्रेनिंग दी जायेगी, ताकि वह मरीजों को सही तरीके से थेरेपी कर सके.
बेड अभी तय नहीं
अधिकारियों की मानें तो मई महीने से इसकी शुरुआत कर दी जायेगी. इसमें 70 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार और 30 प्रतिशत राशि राज्य सरकार की ओर से खर्च की जायेगी. हालांकि कीमोथेरेपी खोलने में कितना बजट लगेगा और कितना बेड का होगा, यह तय नहीं किया गया है. डॉक्टरों की ट्रेनिंग के बाद बजट तय किया जायेगा.
क्या है कीमोथेरेपी?
कीमोथेरेपी कैंसर की बीमारी में कारगर उपचार है, जिसे विशेष रूप से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता है. कीमो में कुल 50 प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है.
इस थेरेपी में दवाएं रोगी के शरीर में इंजेक्शन, टेबलेट आदि के माध्यम से दी जाती है. इसका एकमात्र उद्देश्य केवल कैंसर की कोशिकाओं को फैलने से रोकना होता है, ताकि कैंसर का असर शरीर के अन्य हिस्से में नहीं पड़े. कीमोथेरेपी के समय रोगियों को खुद को निडर रखना होता है ताकि इसका उन पर प्रतिकूल असर नहीं पड़े.
इनका कहना है
नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कीमोथेरेपी सेंटर खोला जाना है. सेंटर खुलने से उन मरीजों को काफी राहत मिलेगी, जिन्हें इसके लिए प्राइवेट अस्पतालों या फिर राजधानी आना पड़ता है. पीएमसीएच और आइजीआइएमएस जैसे संस्थानों को भी भीड़ से राहत मिलेगी और यहां पहुंचने वाले मरीजों राहत मिलेगी.
– डॉ सुनील सिंह, उपाध्यक्ष, अाइएमए बिहार
कैंसर की रोकथाम और उनकी सुविधा को देखते हुए कीमोथेरेपी सेंटर खोले जायेंगे. इससे मरीजों का इलाज अपने ही प्रमंडल में हो जायेगा. वहीं, अगर मरीज गंभीर हालत में हैं, तो उसको पीएमसीएच, आइजीआइएमएस आदि अस्पतालों में इलाज किया जायेगा.
– जीतेंद्र श्रीवास्तव, स्वास्थ्य सचिव, बिहार सरकार
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