20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

फॉर्म भरने की अंतिम तिथि आज, तीन हजार छात्रों को नहीं मिला रिजल्ट

फाॅर्म भरने की अंतिम तिथि आज, तीन हजार छात्रों को नहीं मिला रिजल्ट – 2013-15 सत्र के तीन हजार छात्रों को पता नहीं कि स्क्रूटनी में क्या हुआ, वे पास हैं या फेल संवाददाता, पटनाइंटर काउंसिल के तीन हजार छात्रों को पता ही नहीं है कि उनका रिजल्ट क्या है. 2013-15 सत्र के ये छात्र […]

फाॅर्म भरने की अंतिम तिथि आज, तीन हजार छात्रों को नहीं मिला रिजल्ट – 2013-15 सत्र के तीन हजार छात्रों को पता नहीं कि स्क्रूटनी में क्या हुआ, वे पास हैं या फेल संवाददाता, पटनाइंटर काउंसिल के तीन हजार छात्रों को पता ही नहीं है कि उनका रिजल्ट क्या है. 2013-15 सत्र के ये छात्र अभी तक असमंजस में हैं. ये छात्र हर दिन काउंसिल का चक्कर लगाते हैं कि वे परीक्षा में पास हैं या फेल. बिहार बोर्ड की वेबसाइट चेक करते हैं, लेकिन उन्हें रिजल्ट की जानकारी नहीं मिलती है. इसी असमंजस के कारण छात्र 2016 में होनेवाले इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए फाॅर्म भी नहीं भर पा रहे हैं. यह मामला किसी और एक का नहीं, बल्कि स्क्रूटनी में फंसे तीन हजार छात्रों का है. इन छात्रों ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन तो दिया, लेकिन अभी तक उन्हें रिजल्ट नहीं मिला. स्क्रूटनी का रिजल्ट नहीं मिलने से अब उनका दूसरा साल भी बरबाद होने पर है, क्योंकि, 2016 की इंटर परीक्षा का फाॅर्म भरने की अंतिम तिथि 12 जनवरी थी. ऐसे में अगर विलंब दंड के साथ 15 जनवरी तक छात्र फाॅर्म नहीं भर पाये, तो वो इस साल भी इंटर की परीक्षा में नहीं बैठ पायेंगे. स्क्रूटनी हो गया, पर नहीं डाला गया वेबसाइट पर रिजल्ट के इंतजार में सायंस के पांच सौ छात्र हैं, तो आर्ट्स में दो हजार. वहीं, काॅमर्स में पांच सौ छात्रों का मामला फंसा हुआ है. इन छात्राें के स्क्रूटनी का काम हो गया है. विषय के एक्सपर्ट ने स्क्रूटनी करके दो महीने पहले ही सौंप दिया है. स्क्रूटनी के बाद रिजल्ट भी तैयार है. बस बोर्ड अध्यक्ष व सचिव के साइन के बाद उसे प्रोसेसर के पास भेजा जाना बाकी है. प्रोसेसर के पास ही रिजल्ट में संशोधन होगा. संशाेधन करके उसे वेबसाइट पर डाल दिया जायेगा, जिससे छात्र अपना संशोधित रिजल्ट देख कर डाउनलोड कर सकते हैं. आठ महीनों से चल रहा स्क्रूटनी का काम 20 मई, 2015 को इंटर सायंस का रिजल्ट आया. इसके एक सप्ताह के बाद आॅर्ट्स और कॉमर्स का रिजल्ट आया. जून के पहले सप्ताह में स्क्रूटनी के लिए अावेदन लिया गया था. 70 हजार आवेदन आये थे. स्क्रूटनी का काम शुरू हुआ. लेकिन, आठ महीने बीत जाने के बाद भी स्क्रूटनी का काम पूरा नहीं हो पाया. कोटस्क्रूटनी में जिन छात्रों काे रिजल्ट नहीं मिला है, उन्हें जल्द-से-जल्द दिया जायेगा. अगर रिजल्ट में फेल होंगे, तो उन्हें परीक्षा फाॅर्म भरने का समय दिया जायेगा. हम इसे गंभीरता से लेंगे. छात्रों का साल बरबाद नहीं होगा. लालकेश्वर प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति\\\\B

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें