पटना: राज्य के 24 जिलों के एक-एक अंगीभूत कॉलेज की आधारभूत संरचना के विकास के लिए चार-चार करोड़ रुपये मिलेंगे. इसको लेकर शिक्षा विभाग केंद्र सरकार को जल्द प्रस्ताव भेजेगा. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत इन जिलों का चयन हुआ, जिसके एक-एक कॉलेज को विभाग ने चिह्न्ति कर लिया है.
रूसा के तहत 12 राज्यों का चयन हुआ है, जिनमें बिहार भी है. अभियान में राज्य की उच्च शिक्षा को विकसित किया जायेगा. पहले चरण में 24 कॉलेजों को आर्थिक मदद दी जा रही है, जिन्हें मॉडल कॉलेज के रूप में विकसित किया जायेगा. विभाग ने सोमवार को उन कॉलेजों के प्राचार्यो की बैठक बुलायी है. उन्हें एक फॉरमेट दिया गया है, जिसमें कॉलेज की आधारभूत संरचना, शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी आदि का विवरण भर कर लाना है. विभाग के विशेष सचिव की अध्यक्षता में यह बैठक होगी, जिसमें कॉलेजों की रिपोर्ट की समीक्षा होगी. फिर एक विस्तृत प्रस्ताव बना कर केंद्र को भेजा जायेगा. रूसा के बेहतर संचालन व मॉनीटरिंग के लिए ‘राज्य उच्च शिक्षा परिषद’ का गठन राज्य सरकार करेगी. परिषद के अध्यक्ष शिक्षाविद होंगे. उच्च शिक्षा के निदेशक परिषद के सदस्य सचिव होंगे. परिषद में तकनीकी सलाहकार समूह भी होगा. एक परियोजना निदेशक भी होंगे.
अन्य कॉलेजों को भी मदद : रूसा के तहत उक्त 24 कॉलेजों के अलावा अन्य को भी मदद दी जायेगी. इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना भी बनेगी. इस पर विभाग ने मंथन शुरू कर दिया है. रूसा के तहत बिहार समेत 12 राज्यों को आठ हजार करोड़ केंद्र सरकार वर्ष 2015 तक देगी.
इन्हें मिलेगी राशि
अररिया- फारबिसगंज कॉलेज, औरंगाबाद -एसएन सिन्हा कॉलेज, बांका- पीबीएस कॉलेज, बेगूसराय-जीडी कॉलेज, दरभंगा-सीएम सायंस कॉलेज, गोपालगंज-एमएम कॉलेज, जमुई- केकेएम कॉलेज, भभुआ- एसपी कॉलेज, कटिहार- डीएस कॉलेज, खगड़िया- कोसी कॉलेज, किशनगंज- मारवाड़ी कॉलेज, लखीसराय- केएसएस कॉलेज, मधेपुरा- टीपी कॉलेज, मधुबनी-आरके कॉलेज, नवादा-केएलएस कॉलेज,बेतिया- एमजेके कॉलेज, मोतिहारी- एसएस कॉलेज, पूर्णिया- पूर्णिया कॉलेज, सहरसा-आरएम कॉलेज, समस्तीपुर-समस्तीपुर कॉलेज, सीतामढ़ी-गोयनका कॉलेज, सीवान-जेडीए इसलामिया कॉलेज, सुपौल-बीएसएस कॉलेज व वैशाली-आरएन कॉलेज.