पटना: ललित भवन, हाइकोर्ट, पुनाईचक व हड़ताली मोड़ क्षेत्र जाम से मुक्त होंगे. पुल निर्माण निगम इस कार्य में जुटा है. आइआइटी दिल्ली व फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर ने ट्रैफिक मैनेजमेंट का मॉडल बनाया है. देश में अपनी तरह का यह पहला मॉडल है. मॉडल को लागू करने के लिए गुरुवार को आइआइटी व एफआइटीटी के साथ पुल निर्माण निगम ने एमओयू साइन किया है. मॉडल के तहत सुगम यातायात के लिए ट्रैफिक सिगनल की जरूरत नहीं होगी. मॉडल के तहत चौराहों पर स्वैप होगा.
इसके माध्यम से हर दिशा में गाड़ियां चलती रहेंगी. चौराहों पर स्मूथ ट्रैफिक व्यवस्था होगी. जीओएसआइ तकनीक से सुगम ट्रैफिक का प्रबंध किया जायेगा. सिस्टम से पुनाईचक रेलवे क्रॉसिंग से यू टर्न लेते हुए गाड़ियां सचिवालय तक जायेंगी. इसके लिए कहीं अतिरिक्त जमीन लेने की जरूरत नहीं होगी. कहीं बड़े फ्लाइओवर भी नहीं बनाने होंगे.
ट्रैफिक नियंत्रण का पूरा ढांचा फ्लैक्सिव होगा. ढांचे को कहीं भी आगे-पीछे किया जा सकेगा. कहीं कोई चौराहा नहीं बनेगा. ट्रैफिक नियंत्रण के लिए चौराहों पर दो लेन वाली सड़कें बनेंगी. निगम के अध्यक्ष संजीव हंस ने बताया कि आइआइटी के प्रोफेसर अनूप चावला और निगम के प्रबंध निदेशक देव नारायण प्रसाद के बीच एमओयू साइन हुआ है.चारों केंद्रों की यातायात व्यवस्था के लिए मॉडल की क्रियान्वयन एजेंसी पुल निगम ही होगी.