पटना: एससी-एसटी कल्याण मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मानव मल सफाईकर्मियों को सरकार पुनर्वासित कर रही है. सर्वे के आधार पर ऐसे परिवारों को अन्य रोजगार से जोड़ने के लिए आर्थिक सहायता भी दी जा रही है. महादलित विकास मिशन के आंकड़े के अनुसार अब पूरे राज्य में 131 परिवार ही इस कार्य से जुड़े हैं. वे बुधवार को असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन द्वारा आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि नये सिरे से भी मानव मल सफाई कर्मियों को चिह्न्ति करने को कहा गया है. सरकार ऐसे सभी परिवारों को पुनर्वासित करने के लिए संकल्पित है. अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने कहा कि यदि कोई इस प्रकार के काम करने के लिए मजबूर करे, तो इसकी सूचना आयोग को दें.
आयोग अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम 1989 के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई करेगा.सीएसइआइ के सत्येंद्र कुमार व उदय कुमार ने कहा कि मुआवजा व पुनर्वास की व्यवस्था है, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण उन्हें पर्याप्त लाभ नहीं मिल रहा है. इसके लिए प्रचार-प्रसार की जरूरत है. महेंद्र रौशन ने सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक स्थितियों का हवाला देते हुए ऐसे परिवारों की स्थिति जानवर से भी बदतर बताया. अखिलचंद्र मिश्र, फादर एल्टो, कपिलेश्वर राम, दीपचंद्र दास, गणोश गौतम कुमार वर्मा व विजयकांत सिन्हा ने भी संबोधित किया.