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आखिर कैसे लगे छेड़खानी पर लगाम
बिहार राज्य महिला आयोग में सबसे ज्यादा शिकायतें छेड़खानी की आ रही हैं केस वन बाकरगंज निवासी परिवर्तित नाम श्रेया बीते एक वर्ष से परेशान है. कुछ दिनों से कपड़े की दुकान में साथ काम करनेवाले स्टाफ ने इस कदर परेशान कर रखा है कि उसका पूरा परिवार आज डर और खौफ के साये में […]
बिहार राज्य महिला आयोग में सबसे ज्यादा शिकायतें छेड़खानी की आ रही हैं
केस वन
बाकरगंज निवासी परिवर्तित नाम श्रेया बीते एक वर्ष से परेशान है. कुछ दिनों से कपड़े की दुकान में साथ काम करनेवाले स्टाफ ने इस कदर परेशान कर रखा है कि उसका पूरा परिवार आज डर और खौफ के साये में जी रहा है. कभी फोन पर तो कभी राह चलते उसके साथ छेड़खानी की रही है. इससे तंग होकर वह महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी है.
केस टू
गोलघर निवासी परिवर्तित नाम रिया युवक द्वारा छेड़छाड़ किये जाने से इस कदर परेशान हो गयी कि उसने स्कूल तक जाना छोड़ दिया. जब भी वह घर से स्कूल जाती है, तो बाइक पर सवार आरोपित युवक दुपट्टा खींच कर चला जाता है, तो कभी उसे उठाने की धमकी देता. इससे तंग रिया ने अपने माता-पिता के साथ महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी है.
पटना : कॉलेज गोइंग गर्ल हो या फिर, नौकरी पेशा महिलाएं. आये दिन छेड़खानी की शिकार हो रही हैं. इसका असर उनकी पढ़ाई, नौकरी व घर-परिवार पर भी पड़ रहा है. इससे वे परेशान होकर कभी महिला थाने तो कभी आयोग का चक्कर लगा रही हैं. यही वजह है कि इन दिनों बिहार राज्य महिला अायोग में सबसे ज्यादा शिकायतें छेड़खानी की आ रही हैं.
आयोग की अध्यक्ष अंजुम आरा ने बताया कि महिलाएं व युवतियां सॉफ्ट टारगेट होती हैं. खास कर स्कूल गोइंग लड़कियां, जो फोन रिचार्ज कराने व टेलर आदि छोटी-छोटी जगहों पर अपनी सेक्रेसी मेंटेंन नहीं कर पाती हैं, इससे इसका फायदा उठानेवाले लोग उनको सॉफ्ट टारगेट बना लेते हैं. फिर उन्हें अक्सर तंग करने लगते हैं. नौबत यहां तक आ जाती है कि लड़कियां घर से निकलना तक बंद कर देती हैं.
काउंसेलिंग से समस्या दूर
आयोग में जब मामला दर्ज किया जाता है, तो उनके बताये पते व फोन पर उन्हें आयोग का नोटिस भेजा जाता है. इसके बाद आरोपित के परिजनों को बुलाया जाता है. इसके बाद काउंसेलिंग की जाती है. इससे 70 फीसदी मामले काउंसेलिंग के जरिये सुलझाये जाते हैं. पर, कुछ मामलों में जैसे फोन पर तंग करनेवाले मामलों में पुलिस की मदद लेनी पड़ती है. कई बार तो थानाध्यक्ष की मदद से गिरफ्तारी करानी पड़ती है.
इन बातो का रखें ख्याल
– पहचान के लोगों को ही नंबर दें.
– वैसे लोग जो आपसे जबरन बात करने की कोशिश करते हों, उसकी सूचना पुलिस को दें.
– मोबाइल पर अनजान फोन आने पर उसे रिस्पांस न दें और न ही किसी मैसेज का जवाब दें.
बिना हेलमेट पकड़ा गया सिपाही, कहा – एसएसपी का क्यों नहीं काटा चालान
पटना : इंकम टैक्स गोलंबर पर बिना हेलमेट के पकड़े गये सिपाही मनोज कुमार को जब चेकिंग टीम के पदाधिकारी ने जुर्माने की रसीद थमायी तो उसने कहा कि एसएसपी जब बिना हेलमेट के घूम रहे थे तो आप लोगों ने चालान क्यों नहीं काटा?
हालांकि चेकिंग टीम के पुलिस पदाधिकारी ने बिना हेलमेट के जुर्माना की रसीद थमायी और जुर्माना की राशि वसूल ली. सूत्रों के अनुसार वह नशे में भी था. बताया जाता है कि वह अपनी बाइक से इंकम टैक्स गोलंबर से गुजर रहा था.
इसी बीच चेकिंग टीम ने बिना हेलमेट के होने के कारण उसे रोक लिया. उसने पहले अपने आप को विभाग का होने का बताया और फिर इमरजेंसी की बात कह कर वहां से जाना चाहा. लेकिन जुर्माना की रसीद काट दी गयी तो उसने तपाक से यह कह दिया कि एसएसपी बिना हेलमेट के घूम रहे थे तो उनका क्यों नहीं चालान काटा.
वह उस दिन की ओर इशारा कर रहा था, जिस दिन एसएसपी देर रात अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बाइक से चेकिंग पर निकले थे.
पटना : नाबालिग छात्रों द्वारा बाइक से स्कूल आने के मामले में डीआइजी सेंट्रल शालीन काफी गंभीर हैं. उन्होंने सभी स्कूल प्रबंधन को इस बात की जानकारी दे दी है कि वे अपने स्तर से नाबालिग छात्रों को बाइक से स्कूल आने से मना करें. अब डीआइजी ने मंगलवार से इस दिशा में अभियान चलाने का निर्देश भी दिया है. हर बड़े स्कूल जहां बच्चे बाइक से स्कूल आते हैं, उस इलाके की घेराबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया जायेगा, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके. खास बात यह है कि पकड़े जाने पर इस बार अभिभावकों को भी घेरने की तैयारी की गयी है.
उनसे भी एक हजार जुर्माना वसूला जायेगा, नहीं तो गाड़ी नहीं छोड़ी जायेगी. इसके साथ ही मोटर वाहन एक्ट के तहत नाबालिग द्वारा वाहन चलाने व बिना ड्राइविंग लाइसेंस गाड़ी चलाने का भी जुर्माना वसूला जायेगा. अगर कोई नाबालिग पकड़ा जाता है तो मोटरवाहन एक्ट की धारा 3 व 181 , 4 व 180 और सेक्शन 5 एवं 180 के तहत कार्रवाई की जायेगी. डीआइजी शालीन ने बताया कि मंगलवार से यह अभियान शुरू कर दिया जायेगा और वैसे स्कूल जहां नाबालिग बच्चे बाइक से स्कूल आते है वहां चेकिंग लगायी जायेगी.
आज होगी बैठक
नाबालिग बच्चों द्वारा बाइक से स्कूल आने के मामले में डीआइजी सेंट्रल शालीन कल ट्रैफिक एसपी प्राणतोष कुमार दास व अन्य डीएसपी के साथ बैठक करेंगे. डीआइजी उन्हें यह बतायेंगे कि किस तरह से इस मामले में कार्रवाई करनी है और जुर्माना की राशि किन-किन धाराओं में काटनी है. इसके अलावा पुलिस स्कूलों से अपील की जायेगी कि कोई भी नाबालिग बाइक लेकर स्कूल न आएं.
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