Advertisement
दूसरे दिन भी नहीं चलीं बसें, बढ़ गयी परेशानी
पटना : राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की बेहतर सुविधा हो, इसको लेकर 17 रूटों पर 300 बसों के परिचालन की योजना बनायी गयी. 14 अगस्त, 2014 को नगर आवास विकास विभाग के मंत्री व सचिव ने इसका उद्घाटन किया. साथ ही घोषणा कि अगले तीन माह में सभी बसों को सड़कों पर उतार दिया जायेगा […]
पटना : राजधानी में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन की बेहतर सुविधा हो, इसको लेकर 17 रूटों पर 300 बसों के परिचालन की योजना बनायी गयी. 14 अगस्त, 2014 को नगर आवास विकास विभाग के मंत्री व सचिव ने इसका उद्घाटन किया.
साथ ही घोषणा कि अगले तीन माह में सभी बसों को सड़कों पर उतार दिया जायेगा और आम नागरिकों को शहर में आने-जाने को लेकर ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी. लेकिन, एक वर्ष से अधिक हो गया और बसों की संख्या 40 से नहीं बढ़ी. अब स्थिति यह है कि बसों के परिचालन व मेंटेनेंस को लेकर चयनित एजेंसी ने कार्य करना छोड़ दिया है, जिससे सिटी बसें फुलवारी में जहां-तहां खड़ी है. इससे आम नागरिकों की मुश्किलें काफी बढ़ गयी है.
सिटी बसों के परिचालन और मेंटेनेंस का काम कर रही एजेंसी के वाइस प्रेसिडेंट सीबी सिंह ने कहा कि बिना कोई इंफ्रास्ट्रक्चर के बसों का परिचालन सुनिश्चित करा दिया गया. एग्रीमेंट के अनुसार 260 बस मुहैया करना था और बसों के ठहराव के लिए दो स्थानों पर डीपो. एक वर्ष से अधिक हो गया. लेकिन, बसों की संख्या बढ़ानी तो दूर डीपो भी तैयार नहीं किया जा सका है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement