पटना: केंद्र ने अब तक राज्य में बाढ़ और सूखा से फसल नुकसान का आकलन नहीं किया है. कहा जा रहा है कि दीपावली व छठ के बाद केंद्रीय टीम फसल नुकसान का आकलन करेगी. केंद्रीय टीम द्वारा फसल क्षति का आकलन रिपोर्ट सौंपने के बाद ही किसानों को मुआवजा मिलेगा.50 प्रतिशत से अधिक फसल नुकसान की स्थिति में ही मुआवजा मिलेगा.
पूर्व में इसके लिए केंद्रीय टीम का दौरा तीन अक्तूबर को होना था. बाद में सात-आठ अक्तूबर और फिर एक बार 15 अक्तूबर के बाद आने की बात कही गयी. कई इलाकों में धान तैयार हो गये हैं. मक्का व गन्ना भी निकल रहे हैं. ऐसे में नुकसान का आकलन करने में परेशानी होगी.
खरीफ मौसम में जहां उत्तर बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में रहे, वहीं मध्य व दक्षिण के जिले सूखे की चपेट में रहे. राज्य सरकार ने 33 जिलों को सूखा प्रभावित जिला घोषित किया. सूखे से निबटने के लिए बिहार ने केंद्र से 12564 करोड़ की मांग की है. समय पर धान की रोपनी नहीं होने के कारण उत्पादन कम होने की आशंका है.धान के साथ ही मक्का, गन्ना, केला, दलहन व तिलहन को नुकसान हुआ है.