पटना: लूटपाट के बाद अपराधियों ने कंचन देवी का गला रेत दिया था. इसके बाद अपराधी उसे पानी से भरे गड्ढे में मरा समझ कर फेंक गये थे. कंचन के भाई मनोज भगवान का शुक्र अदा करते हुए कहते हैं कि उनकी दया से कंचन बच गयी. 2 नवंबर की रात 12 बजे कंचन बख्तियारपुर थाने के मेन बाजार स्थित अपने घर के बाहर यम का दिया जलाने के लिए निकली थी.
उसी समय चार नकाबपोश अपराधी आये और कंचन को अपने साथ पुल के समीप ले गये. उसका मोबाइल फोन, मंगलसूत्र व कानबाली लूट ली. उसके बाद चाकू से गला रेत दिया. इसके बाद उसे पानी से भरे गड्ढे में फेंक दिया और फरार हो गये. सुबह में वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर उस पर गयी, तो उसने उसे उठा कर अस्पताल में भरती कराया. बाद में कंचन को बेहतर इलाज के लिए बहादुरपुर स्थित राजेश्वर अस्पताल में भरती कराया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
हालांकि वह लोगों से बातचीत कर रही है. मनोज ने बताया कि कंचन से लूटपाट कर उसकी हत्या करने की कोशिश करनेवाले अपराधियों ने गमछे से अपना मुंह छिपा रखा था. इससे शक है कि अपराधी आसपास के ही होंगे. मामला दर्ज होने के बाद आज तक एक भी अपराधी नहीं पकड़े गये. कंचन के पति सबल सिंह भाड़े पर ट्रैक्टर चलवाते हैं.