पटना : ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सोमवार को बिजली कर्मचारी संगठन के नेताओं से बातचीत करेंगे. शाम चार बजे वार्ता होगी. अगर वार्ता सफल नहीं रही, तो कर्मचारी 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.
वार्ता से पहले कर्मचारी नेताओं ने बैठक कर रणनीति तय की. महेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में जेपी सिंह, चक्रधर प्रसाद, अश्विनी कुमार, शिवपूजन सिंह, अजरुन प्रसाद यादव, बीएल यादव, रामेश्वर सिंह, अरविंद कुमार, भोला सिंह, प्रवीण प्रसाद, संजय तिवारी, महेश प्रसाद सिन्हा, रामानंद प्रसाद, धीरेंद्र कुमार आदि शामिल हुए.
ऐसे बिगड़ी बात
शायद ही कभी ऐसा हुआ हो कि धरना–प्रदर्शन या अनिश्चितकालीन हड़ताल के नोटिस के बाद सरकार के स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई हो. कहने को इस बार भी कुछ कर्मचारी संगठनों को वार्ता के लिए बुलाया गया, पर बारी–बारी का निमंत्रण मिलने पर कोई भी कर्मचारी संगठन मिलने नहीं गया.
10 सितंबर को श्रम विभाग ने जरूर सामूहिक तौर पर निमंत्रण दिया. बात नहीं बनी, तो सीएमडी संदीप पौंड्रिक को 11 सितंबर को बातचीत के लिए कहा गया. सीएमडी के साथ यूनियन नेताओं की वार्ता विफल रही. उसके बाद पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 13 सितंबर को राज्यस्तरीय प्रदर्शन हुआ.
एक से दो बजे के बीच हुए प्रदर्शन में सभी क र्मचारी अपनी बात रख रहे थे. प्रदर्शन समाप्त होता, इससे पहले ही पुलिसकर्मियों का भारी दस्ता बेली रोड पर तैनात कर दिया गया. अनहोनी की आशंका कर्मचारी नेताओं को थी. इसलिए प्राय: सभी नेता भाषण में इस पर सवाल उठाते रहे. प्रदर्शन के बाद होना यह चाहिए था कि नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रण दिया जाता, पर हुआ ठीक उलटा. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसी से नाराज कर्मचारियों ने शनिवार को मुख्यालय का काम ठप रखा.