पटना : 25 सितंबर की सुबह छह बजे से पूरे बिहार की बिजली गुल हो जायेगी. लंबित मांगों को लेकर बिजली कंपनी के आठ हजार से अधिक इंजीनियर, अधिकारी व कामगार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के अपने फैसले पर अडिग हैं.
रविवार को विद्युत कामगार, पदाधिकारी अभियंता संयुक्त संघर्ष मोरचा के बैनर तले अभियंता भवन में इकट्ठा हुए 17 यूनियनों के नेताओं ने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल से पहले 13 सितंबर को विद्युत भवन के समक्ष प्रदर्शन होगा. पेसा के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार व सचिव अश्विनी कुमार ने कहा कि हड़ताल की सूचना राज्य सरकार व कंपनी प्रबंधन को दी चुकी है.
बिजली कंपनी ने शनिवार को सभी यूनियनों से अलग–अलग संपर्क कर बातचीत का आमंत्रण भेजा. मगर, संयुक्त मोरचा ने फैसला लिया है कि जब तक पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संयुक्त रूप से यूनियन नेताओं को आमंत्रित नहीं करेंगे, बातचीत नहीं होगी. 11 सितंबर को सीएमडी के आमंत्रण के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब तक इसका कोई पत्र नहीं मिला.
हालांकि, इससे पहले 10 सितंबर को श्रमायुक्त ने संयुक्त रूप से बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. बिहार बिजली मजदूर यूनियन के महामंत्री अजरुन प्रसाद यादव ने कहा कि विद्युतकर्मियों के राज्यस्तरीय प्रदर्शन की तारीख पूर्व निर्धारित है. इस तिथि को वीसी रखना ही नहीं चाहिए था.