पटना : आर ब्लॉक चौराहे पर शनिवार को लाठीचार्ज के बाद गिरफ्तार एआइएसएफ के छात्रों की सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार ने पुलिस हिरासत में अमानवीय तरीके से पिटाई की. इसके बाद भी जब उनका मन नहीं भरा, तो लात–घूंसों की बौछार कर दी.
गालियां देने के बाद उन्होंने छात्रों को नक्सली करार दिया व दोबारा एआइएसएफ के आंदोलन में दिखाई पड़ने पर गोली मारने की चेतावनी दी. ये बातें रविवार को जनशक्ति प्रेस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय सचिव विश्वजीत कुमार ने कहीं.
उन्होंने कहा कि महिला पुलिस की गैर मौजूदगी में छात्रओं पर हुए लाठीचार्ज एवं र्दुव्यवहार के मसले को संगठन राष्ट्रीय महिला आयोग को विस्तृत रिपोर्ट भेजने व पूरे मसले को मानवाधिकार आयोग से अवगत कराने का फैसला लिया है.
संगठन सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार की बरखास्तगी व छात्र सम्मेलन पर हमला करनेवाले पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार की मांग करते हुए चरणबद्घ आंदोलन का एलान किया. इसके तहत सोमवार को काला दिवस मनाया जायेगा.
उन्होंने कहा कि संगठन आजादी के पहले से ही छात्रहितों को लेकर संघर्ष करता रहा है. जिला सचिव अकाश गौरव ने कहा कि सोमवार को पटना में काला दिवस के तहत छात्र काली पट्टियां बांध जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे. पुलिस हिरासत में डीएसपी की दरिंदगी के शिकार पीयूष रंजन झा, मो हदीश, अभिषेक आनंद, सागर सुमन, महेश कुमार, अभिषेक दुबे, साजन झा, दिवाकर झा, गोविंद कुमार गंभीर रूप से घायल है. इनमें कई छात्र की हालत डॉक्टरों ने नाजुक बतायी है.