12 अप्रैल, 2014 को डीएवी बीएसइबी की ओर से सीबीएसइ के पास भेजी गयी जानकारी के अनुसार 12वीं में 1239 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं, लेकिन जब 12वीं बोर्ड के लिए स्टूडेंट्स को सेंटअप किया गया तो इसकी संख्या बढ़ कर 1327 हो गयी. सीबीएसइ के पास भेजे गये एलओसी और 12वीं के अटेंडेंस रजिस्टर में कुल 88 स्टूडेंट्स इधर से उधर होते रहे. यह जानकारी उन रिपोर्ट से प्राप्त की गयी है.
Advertisement
खेल पैसे का: 88 छात्रों को कहा गया नहीं आया है एडमिट कार्ड
पटना: 11वीं में स्टूडेंट्स की संख्या 1507 थी. 12वीं में 1327 स्टूडेंट्स का नामांकन लिया गया. इतने ही स्टूडेंट्स 12वीं बोर्ड के लिए सेंटअप भी किये गये. लेकिन अटेंडेंस रजिस्टर के अनुसार 12वीं में 1239 स्टूडेंट्स ही क्लास करते थे. सीबीएसइ के पास एलओसी में 1327 स्टूडेंट्स का डिटेल्स भेजा गया था. 12 अप्रैल, 2014 […]
पटना: 11वीं में स्टूडेंट्स की संख्या 1507 थी. 12वीं में 1327 स्टूडेंट्स का नामांकन लिया गया. इतने ही स्टूडेंट्स 12वीं बोर्ड के लिए सेंटअप भी किये गये. लेकिन अटेंडेंस रजिस्टर के अनुसार 12वीं में 1239 स्टूडेंट्स ही क्लास करते थे. सीबीएसइ के पास एलओसी में 1327 स्टूडेंट्स का डिटेल्स भेजा गया था.
सूत्रों के अनुसार सीबीएसइ के विजिलेंस डिपार्टमेंट की ओर से यह सवाल उठाया गया है कि डीएवी बीएसइबी में अटेंडेंस रजिस्टर की तुलना में अधिक स्टूडेंट्स का नामांकन लिया है. बाद में 22 स्टूडेंट्स को डीएवी प्रबंधन ने मोटी रकम लेकर एडमिट कार्ड उपलब्ध करा दिया.
180 स्टूडेंट्स 11वीं में कर दिये गये फेल
डीएवी बीएसइबी के प्लस टू 2013-15 सत्र के लिए 1507 छात्रों का नामांकन लिया गया. इन छात्रों को पढ़ाने के लिए कुल 40 सेक्शन भी बनाये गये थे, लेकिन 12वीं में इन छात्रों की संख्या घट कर 1327 हो गयी. कुल 180 छात्र को 11वीं में फेल कर दिया गया. 12वीं में नामांकन तो 1327 का हुआ, लेकिन इसमें 88 छात्रों को स्कूल प्रबंधन की ओर से लगातार झूठ बोला गया कि वे 11वीं में फेल कर गये हैं. इससे उन्हें स्कूल में 12वीं में क्लास भी नहीं करने दिया जाता था. स्कूल प्रबंधन की ओर से उन्हें स्कूल कैंपस में चल रहे कोचिंग संस्थान से जोड़ कर रखा गया. जब सीबीएसइ की ओर से 12वीं बोर्ड के लिए एडमिट कार्ड जारी किया गया, तो इसके लिए एक महीने का समय दिया गया. लेकिन डीएवी बीएसइबी ने इन 88 छात्रों को बोर्ड परीक्षा शुरू होने के एक सप्ताह पहले बताया कि एडमिट कार्ड सीबीएसइ ने अभी भेजा है.
नहीं दिया पैसा, तो प्रबंधन ने टहलाया
सीबीएसइ बोर्ड की 12वीं की परीक्षा अभी चल रही है. डीएवी बीएसइबी की 12वीं के छात्रों का परीक्षा केंद्र सेंट माइकल हाइस्कूल बनाया गया है, लेकिन परीक्षा केंद्र पर डीएवी परीक्षार्थी अनुपस्थित हो रहे हैं. डीएवी सूत्रों की मानें तो कुल 88 परीक्षार्थी में कई को पैसे के लेने-देन के कारण एडमिट कार्ड नहीं दिया गया. उन्हें कहा गया कि सीबीएसइ ने एडमिट कार्ड भेजा ही नहीं है. बाद में 88 में से 22 परीक्षार्थियों को मोटी रकम लेकर एडमिट कार्ड निर्गत कर दिया गया. बांकी प्रिया समेत 66 स्टूडेंट्स को टहला रहा था.
फस्र्ट लिस्ट में ही प्रिया का था नाम
प्रिया ने 10वीं बोर्ड मुजफ्फरपुर से किया था. 10वीं बोर्ड में उसे 9.6 सीजीपीए आया था. इसके बाद वह पटना के डीएवी, बीएसइबी में नामांकन के लिए आवेदन भरा. स्कूल ने एडमिशन टेस्ट लिया. इसमें वह अच्छे अंक से पास कर गयी. प्रिया का नाम फस्र्ट लिस्ट में ही नाम आ गया था. इसके बाद 11वीं में नामांकन लिया. प्रिया के पिता ने बताया कि नामांकन में स्कूल में 26 हजार रुपये लिये गये. हर तीन माह पर साढ़े दस हजार स्कूल फी में लिये जाते थे. यह अप्रैल 2013 से मार्च 2014 तक चला. अप्रैल 2014 के बाद स्कूल ने फी लेना बंद कर दिया. इसके बाद कहा गया कि 12वीं बोर्ड होने के समय अब एक बार ही अब पूरी फी जमा करनी होगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement