राज्य सरकार के सहयोग से बिहार में निर्यात को बढ़ावा दिया जा सकता है. इन्फ्रास्ट्रर की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. यह बातें एडिशनल डायरेक्टर जेनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड, कोलकाता के संजीव नंदवानी ने गुरुवार को बीआइए सभागार में कहीं. श्री नंदवानी निर्यात बंधु एंड एक्सपोर्ट अवेयरनेस वर्कशॉप में बोल रहे थे. डायरेक्ट जेनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड, पटना की ओर से आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि निर्यात करने से पहले लोगों को यह चुनाव करना होगा कि वे किन सामानों का निर्यात कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि फॉरेन ट्रेड पॉलिसी ऐसी लायी जा रही है कि लोग सरलता के साथ काम कर सकें. प्रयास यह है कि लोगों को फॉर्म भरने से लेकर अन्य कागजातों में अधिक समय न बिताना पड़े. निर्यात करने के पहले लोगों को इंपोर्ट-एक्सपोर्ट लाइसेंस लेना होता है. इसके लिए बिस्कोमान स्थित कार्यालय याह एफआइइओ के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है. बीआइए के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने कहा कि देश में निर्यात का व्यापार 250 बिलियन डॉलर का है.