पटना: दियारे के आतंक अजय यादव व उसके दो साथियों इंद्रदेव राय उर्फ विशुनदेव राय व अशोक राय को पंडारक इलाके से पुलिस ने शुक्रवार की सुबह मुठभेड़ के बाद गंगा नदी में घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया. बाढ़, पंडारक व मोकामा में उसकी तूती बोलती थी.
मुठभेड़ के दौरान अजय ने पुलिस पर छह राउंड गोलियां बरसायीं, जबकि पुलिस की ओर से दो चक्र गोलियां दागी गयीं. अजय ने अपनी अत्याधुनिक हथियार एके 47 राइफल गंगा नदी में फेंक दी. पुलिस ने उसके पास से दो देसी कट्टा,एके 47 की पांच गोलियां व 8 एसएम की पांच गोलियां भी बरामद की हैं. अजय के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी व आर्म्स एक्ट के नौ मामले दर्ज हैं. वह लंबे समय से फरार था.
दस साल से था फरार
अजय यादव (छपेड़ातर, मेघागाड़ी, पंडारक) दस साल से पुलिस के हाथ नहीं लगा था. दियारे में उसका आतंक कायम था. नाविकों, मछलीपालकों व किसानों से वह रंगदारी वसूलता था. पंडारक थाने में उसके खिलाफ चार, मोकामा थाने में चार व बछबाड़ा थाने में एक मामले दर्ज हैं. वर्चस्व की लड़ाई व इलाके में दबदबा कायम रखने के लिए उसने कई लोगों की हत्या कर शव को गंगा नदी में दफन कर दिया. कई की तो लाश भी नहीं मिल पायी.
वहीं पकड़ा गया इंद्रदेव राय उर्फ विशुनदेव राय (चिरैया टोप, पूर्वी, थाना बछबाड़ा, बेगूसराय) के खिलाफ मोकामा, बछवाड़ा, विदयापति, अंधारघाट थानों में दस मामले दर्ज हैं. इसी साल समस्तीपुर जिले के अंगार थाने से वह डकैती के आरोप में जेल भी गया था. अशोक राय (समसीपुर दियारा, बछबाड़ा, बेगूसराय) के खिलाफ बछबाड़ा थाने में हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट व अंगार थाने में डकैती के मामले दर्ज हैं. अंगार थाने से वह डकैती के आरोप में इसी साल जेल भी गया था.